उज्जैन। सभापति श्रीमती कलावती यादव द्वारा निरीक्षण एवं उद्घाटन कार्यक्रम के दौरान सम्बोधित कर होमगार्ड एवं एडीईआरएफ टीम उज्जैन के द्वारा 2023 में किये गये बचाव कार्यों की सराहना की और कहा कि होमगार्ड के जवान न्यूनतम सुविधाओं के साथ भी विषम परिस्थितियों में अपनी जान की परवाह किये बिना जोखिम भरे कार्य करते हैं।
किसी भी आपदा की स्थिति में व्यक्ति की मदद हेतु पहुंचने वाला प्रथम व्यक्ति होमगार्ड का जवान होता है, जो होमगार्ड जवान के लिये गर्व की बात है। सभापति ने कहा की आपके द्वारा उठाई गई समस्त मांगे न्यासंगत हैं और मैं आपको भरोसा दिलाती हूँ कि मैं आपके प्रतिनिधि के तौर पर आपकी मांगों को मुख्यमंत्री तक अवश्य पहुंचाऊंगी और यथा संभव पूर्ण कराने का प्रयास भी करूंगी।
आगामी मानसून व वर्षा ऋतु के दौरान जिले में बाढ प्रबंधन की तैयारियों का निरीक्षण करने के लिये नगर निगम सभापति श्रीमती कलावती यादव ने 28 जून को उज्जैन होमगार्ड कार्यालय में निरीक्षण किया। उनका स्वागत संभागीय सेनानी श्री रोहिताश पाठक एवं जिला सेनानी होमगार्ड एवं एसडीईआरएफ श्री संतोष कुमार जाट ने पुष्पगुच्छ भेंट कर किया। साथ ही पार्षद श्रीमती निर्मला परमार व पार्षद श्रीमती दुर्गा शक्ति सिंह भी इस अवसर पर उपस्थित रहीं। नगर निगम सभापति श्रीमती कलावती यादव ने होमगार्ड लाइन में स्थापित ई.ओ.सी. (इमरजेंसी ऑपरेटिंग सेंटर) का उदघाटन किया। साथ ही परिसर में निर्मित योगभवन व ओपन जिम का निरीक्षण किया। इस अवसर जिला सेनानी होमगार्ड/एसडीईआरएफ श्री संतोष कुमार जाट ने स्वागत भाषण दिया। जिला सेनानी द्वारा सभापति को होमगार्ड/एसडीईआरएफ की बाढ़ पूर्व तैयारियों के बारे में बताया कि उज्जैन जिले में राहत एवं बचाव कार्य हेतु जिले के शहरी एवं ग्रामीण स्तर नौ डीआरसी स्थापित की गई है एवं सभी डीआरसी को बाढ़ बचाव के आधुनिक उपकरण उपलब्ध कराकर बाढ़ बचाव का प्रशिक्षण भी दिया गया है।
उन्होंने स्वागत भाषण देते हुए कहा कि जिला स्तर पर तीन क्यूआरटी टीमों एवं दो रिजर्व टीमों का गठन भी किया गया है, जो आपात स्थिति में रेस्क्यू कार्य सम्पादित करेंगी। जिला सेनानी ने आगे बताया कि जिले को आपदारहित बनाने हेतु जिले में प्रशिक्षित किये गये 300 आपदा मित्रों का भी स्थानीय प्रशासन के साथ समन्वय स्थापित कर बाढ़ बचाव की स्थिति में उपयोग किया जायेगा।
इस अवसर पर प्लाटून कमाण्डर सुश्री हेमलता पाटीदार ने वर्ष 2023 में बाढ़ के दौरान होमगार्ड एवं एसडीईआरएफ टीम द्वारा किये गये रेस्क्यू कार्यों के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि किस प्रकार विषम परिस्थितियों में जिले के शहरी एवं ग्रामीण ईलाकों के हजारों की संख्या में नागरिकों को बाढ़ की स्थिति से निकाल कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया एवं वर्ष के दौरान रामघाट पर देश के विभिन्न हिस्सों से आये 85 श्रद्धालुओं को एसडीईआरएफ एवं होमगार्ड की रामघाट टीम ने स्नान के दौरान गहरे पानी में डूबने से बचाया।
इसके पश्चात होमगार्ड एवं एसडीईआरएफ के जवान सैनिक लक्ष्मणसिंह, ला.ना. राहुल जोशी, महिला नायक सुनीता ललावत एवं अन्य जवानों द्वारा सभापति के समक्ष अपनी समस्याओं, जिसमें मुख्य रूप से रोटेशन को समाप्त करना, पुलिस के समान वेतन भत्ते एवं मेडिकल की सुविधाएं, आवास की व्यवस्था, पी.एफ. कटौत्रा किया जाना एवं महिला सैनिकों को शासकीय कर्मचारी की भांति छह माह का मातृत्व अवकाश दिये जाने आदि समस्याओं से अवगत कराया गया।
कार्यक्रम के अंत में प्लाटून कमाण्डर श्रीमती रूबी यादव ने आभार प्रकट किया। इसके पश्चात सभापति द्वारा एसडीईआरएफ के पास उपलब्ध अत्याधुनिक आपदा प्रबंधन उपकरणों का निरीक्षण कर आगामी वर्षा ऋतु हेतु होमगार्ड एवं एसडीईआरएफ की बाढ प्रबंधन क्षमता का जायजा लिया व स्वयं उपकरणों को चला कर देखा की उपकरण किस प्रकार कार्य करते हैं।
कार्यक्रम की समाप्ति पश्चात अतिथिगण ने जिला सेनानी के कक्ष में उपस्थित होकर जिला सेनानी श्री संतोष कुमार जाट द्वारा आगामी सिंहस्थ 2028 की पूर्व तैयारियों के विषय में सभापति को अवगत कराया व होमगार्ड लाईन परिसर में होने वाले निर्माण कार्य के संबंध में विस्तृत जानकारी भी दी गई। कार्यक्रम में प्लाटून कमाण्डर श्री दिलीप बामनिया, प्लाटून कमाण्डर श्रीमती शीला चौधरी, प्लाटून कमाण्डर श्री पुष्पेन्द्र त्यागी, लेखापाल श्री भारतसिंह हारी, ए.एस.आई श्री बी.एल. सारेल सहित कार्यालयीन स्टाफ एवं 350 से अधिक होमगार्ड एवं एसडीईआरएफ के जवान मौजूद रहे।