उज्जैनः नगर निगम की आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए निगम अधिकारियांे के वाहनो में कटौती होगी। उपयोगिता पर ही वाहन आवंटित किये जायेंगे। बड़े व लग्जरी वाहनों के स्थान पर छोटे व साधारण वाहन दिये जायंेगे।
इस प्रकार का एक पत्र आयुक्त को लिखने के निर्देश महापौर श्री मुकेश टटवाल ने वित्त एवं लेखा विभाग की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए दिये। महापौर श्री टटवाल ने वाहनों पर बढ़ते हुए व्यय पर नियंत्रण करने के संबंध में विचार विमर्श करते हुए कहा कि वसुली करने वाले विभाग सम्पत्तिकर को भी वाहन आवंटित करने, विद्युत व्यय रोकने के लिये नगर निगम मुख्यालय एवं झोन कार्यालय जहां संभव हो सके सौर उर्जा पैनल लगाने, जलकर वसुली के संबंध में भी अब ऑन लाइन भुगतान की व्यवस्था करने पर विचार विमर्श किया जा रहा है। नगर निगम महापौर, आयुक्त एवं अध्यक्ष को छोड़कर सभी के वाहन छोटे कर दिये जायेंगे जिससे कि व्यय भार कम हो सके।
बैठक में महापौर श्री टटवाल ने अपर आयुक्त वित्त श्री दिनेश चौरासिया से आय व्यय का ब्यौरा मांगते हुए जानकारी चाही कि केन्द्रिय वित्त आयोग से किस मद में कितनी राशि प्राप्त होती है यह विवरण लिखित में स्पष्ट करें, वर्तमान में नगर निगम के खाते में किस किस मद की कितनी राशि है स्पष्ट करं,े साथ ही आपने कहा कि निगम का राजस्व बढ़े ऐसे प्रयास किए जाएं, खर्च जितना कम कर सकें ऐसे प्रयास करंे। नगर निगम में लंबित छोटे छोटे भुगतान शीघ्र व प्राथमिकता से किये जायें।
विभाग प्रभारी श्रीमति सुगन बाई बाघेला की उपस्थिति में आयोजित इस बैठक में महापौर श्री टटवाल ने ऑडिट आपत्तियो पर ध्यान आकृष्ट कर कहा कि कितनी ऑडिट आपत्तिया लंबित है उनका निराकरण किया जाए।
बैठक में सहायक लेखा अधिकारी श्रीमति सरिता मांडरे, लेखापाल श्री अभिलाष नागर श्री नितिन मुसले सहित संबंधित अधिकारी व कर्मचारी