उज्जैन। मंगलवार दोपहर कलेक्टर कार्यालय स्थित सभागृह में कलेक्टर श्री नीरज कुमार सिंह की अध्यक्षता में पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग की समीक्षा बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में जिला पंचायत सीईओ श्री मृणाल मीना, उज्जैन जनपद पंचायत सीईओ श्री संदीप यादव, जिले की सभी जनपदों के सीईओ आदि अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहें। बैठक में कलेक्टर श्री सिंह ने मनरेगा, ग्रामीण यांत्रिकी, स्वच्छ भारत ग्रामीण, ओडीएफ प्लस अंतर्गत कार्य, सांसद एवं विधायक निधि के स्वीकृत कार्य, ग्रामों को कीचड़मुक्त बनाने, जनपद पंचायतों के विभिन्न निर्माण कार्य, पंचायत भवनों के निर्माण, पंचायत भवनों में ब्रॉडबैंड नेटवर्क, कम्प्यूटर, वेटिंग हाल, आंगनवाड़ी भवनों का निर्माण, रेशम विभाग, खादी एवं ग्रामोद्योग, हस्तशिल्प, माटी कला बोर्ड, जल गंगा संवर्धन अभियान अंतर्गत जल संरक्षण के लिए किए गए कार्यों आदि की समीक्षा की और संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए।
जनपद पंचायत तराना के सांसद विधायक निधि के कार्यों की समीक्षा की। सीईओ जनपद पंचायत तराना ने बताया कि सांसद निधि के 12 कार्य पूर्ण एवं विधायक निधि के 7 कार्य पूर्ण हो चुके हैं। इसी के साथ 3 प्रगतिरत कार्य शीघ्र पूर्ण कराए जाएंगे। जनपद पंचायत खाचरौद, बड़नगर, घट्टिया, उज्जैन, महिदपुर अन्तर्गत कार्यों की भी समीक्षा की गई। कलेक्टर श्री सिंह ने निर्देश देते हुए कहा कि प्रगतिरत कार्यों को 15 दिवस में पूर्ण करें। इसी के साथ कार्य पूर्णता प्रमाण-पत्र शीघ्र जारी करें। ग्रामीण यांत्रिकी सेवा अन्तर्गत सांसद और विधायक निधि से प्रगतिरत और पूर्ण कार्यों की भी समीक्षा की गई और सभी कार्यों को प्राथमिकता के साथ पूर्ण करने के निर्देश दिए।
स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण अन्तर्गत शिप्रा नदी के किनारे स्थित 74 चिन्हित ग्रामों को सॉलिड वेस्ट व लिक्विड वेस्ट मैनेजमेंट प्लान तैयार करने के निर्देश कलेक्टर श्री सिंह ने दिए। उपर्युक्त 74 ग्रामों में ओडीएफ प्लस के कार्यों के अन्तर्गत ग्रामों को कीचड़मुक्त बनाने की कार्य योजना बनाने के निर्देश दिए। इसी के साथ जिले के सभी ग्रामों को कीचड़मुक्त करने के लिए सीसी रोड व सीसी रोड की साइड से पक्की नालियां बनाई जाए। इसी के साथ नाली पक्की और चौड़ी होनी चाहिए, जिससे पानी निकासी आसानी से हो सके। श्री सिंह ने निर्देश दिए कि 2 सप्ताह में कीचड़मुक्त ग्राम के लिए प्रत्येक ग्राम की कार्य योजना बनाकर प्रस्तुत की जाए।
ग्रामीण यांत्रिकी सेवा द्वारा पूर्ण हुए ग्राम पंचायत भवनों की समीक्षा भी की गई और प्रगतिरत कार्यों को शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए। ग्राम पंचायत भवनों को ग्रामों का एक्टिविटी व आर्थिक केन्द्र बनाने के लिए सभी पंचायत भवनों में ब्रॉड बैण्ड इंटरनेट कनेक्शन, कम्प्यूटर सिस्टम, टीवी, आवश्यक फर्नीचर, वेटिंग हॉल आदि सुविधा से युक्त किया जा रहा है। इन आधुनिक ग्राम पंचायत भवनों के समीप कबड्डी, वॉलीबॉल आदि खेलों के लिए क्षेत्र भी बनाए जा रहे हैं। इसी के साथ रात्रि में पर्याप्त प्रकाश व्यवस्था भी पंचायत भवनों में व खेल क्षेत्र में की जाएगी। उपर्युक्त कार्य सभी ग्राम पंचायतों में शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए। इसी के साथ कलेक्टर श्री सिंह ने निर्देश देते हुए कहा कि ग्राम पंचायत लेवल के सचिव, सहायक सचिव, पटवारी, सहायक ग्राम विस्तार अधिकारी, ग्राम सेवक व अन्य सभी अधिकारी-कर्मचारी प्रतिदिन पंचायत भवन में उपस्थित रहेंगे व ग्रामीणों की समस्याओं का पंचायत भवन से त्वरित निराकरण करेंगे।
बैठक में हाथकरघा, हस्तशिल्प, माटी कला बोर्ड, खादी एवं ग्रामोद्योग के कार्यों की समीक्षा की गई व शिल्पियों को प्रोत्साहन व आर्थिक सहायता के बारे में जानकारी प्राप्त की गई। इसी के साथ प्रगतिरत आंगनवाड़ी भवनों के निर्माण को भी शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए। मनरेगा अन्तर्गत लेबर नियोजन, मनरेगा व्यय के प्रतिशत की जानकारी की समीक्षा की गई। मनरेगा अन्तर्गत जल गंगा संवर्धन अभियान के कार्यों की समीक्षा कर सभी कार्य पूर्ण करने व 15 दिवस में सभी ग्रामों में सीसी रोड पूर्ण करने के निर्देश दिए। इसी के साथ पूर्ण हो रहे सभी कार्यों के कार्य पूर्णता प्रमाण-पत्र त्वरित जारी करने के निर्देश दिए।