उज्जैन ,कलेक्टर श्री नीरज कुमार सिंह ने सोमवार को प्रशासनिक संकुल भवन में आयोजित समयसीमा की बैठक में श्रावण मास और बाबा महाकाल की सवारियों की तैयारियों की विस्तार से समीक्षा की। उन्होंने श्रावण मास में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओ के आने के दृष्टिगत श्रद्धालुओ के सुगम दर्शन के लिए आवश्यक व्यवस्थाएं किए जाने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि मंदिर में दर्शन, स्वच्छता, विद्युत और चिकित्सा आदि व्यवस्थाएं दुरुस्त रहें। मेडिकल टीम लगाई जाएं। 6 नंबर गेट पर एंबुलेंस की व्यवस्था रहें। अग्निशमन के लिए फायर स्टेशन स्थापित किए जाएं और यहां फायर ऑफिसर नियोजित करने के साथ अग्निशमन यंत्र भी रखें जाएं। मंदिर में आवारा शवानो( कुत्तों) पर अंकुश लगाएं। बंदर , मधुमक्खी, बरैया के रोकथाम के लिए वन विभाग कार्यवाही करें। दिव्यांग और वृद्ध श्रद्धालाओं के लिए व्हीलचेयर की व्यवस्था रहे। इसके लिए कोटवारों की भी ड्यूटी लगाई जाएं। उन्होंने बाबा महाकाल की सवारी दर्शन के लिए एलईडी प्रचार रथ की तैयारियां किए जाने के निर्देश मंदिर प्रशासक को दिए। उन्हीनें कहा कि सवारी के साथ चलने वाली मंडलियों के साथ बैठक कर समन्वय किया जाएं।
‘एक पेड़ मां के नाम’अभियान की भी कलेक्टर ने विभागवार समीक्षा कर पौध-रोपण के निर्धारित लक्ष्य को 15 जुलाई तक पूर्ण कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पौधरोपण की फोटोज अनिवार्य रूप से अंकुर एप पर अपलोड की जाएं। बैठक में कलेक्टर श्री सिंह ने सभी विभागों द्वारा रोपे गए पौधों और उनके अंकुर एप पर अपलोड की जानकारी ली। सीईओ जिला पंचायत श्री मृणाल मीना, अपर कलेक्टर श्री महेंद्र कवचे, अपर कलेक्टर श्री अनुकूल जैन, सीईओ यूडीए श्री संदीप सोनी सहित सभी विभागों के जिला अधिकारी उपस्थित रहें।
डॉग बाइट की बढ़ती समस्या के दृष्टिगत कलेक्टर श्री सिंह ने उज्जैन नगर निगम को निर्देश दिए कि नगर में आवारा कुत्तों पर प्रभावी ढंग से अंकुश लगाएं। श्री महाकालेश्वर मंदिर से भी डॉग्स को पकड़कर डॉग हाउस था अन्य निर्धारित स्थानों पर शिफ्ट करें। राजस्व प्रकरणों के निराकरण की समीक्षा कर कलेक्टर श्री सिंह ने सभी एसडीएम और तहसीलदारों को निर्देशित किया कि सीमांकन के प्रकरणों का सतत निराकरण किया जाए। नामांतरण और बटवारा के 3 से 6 माह के लंबित प्रकरणों का शत प्रतिशत निराकरण सुनिश्चित कराएं। 30 दिवस से अधिक के नामांतरण के प्रकरण लंबित न रहें। इस प्रकार साइबर तहसील के प्रकरणों का प्राथमिकता से निराकरण करें।
बैठक में कलेक्टर श्री सिंह ने सीएम हेल्पलाइन की शिकायतों की भी विभागवार समीक्षा कर शिकायतों का त्वरित निराकरण करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि 50 दिवस से अधिक की शिकायतों का भी निराकरण कराएं। उन्होंने तहसील खाचरोद, पीएचई, खाद्य विभाग, श्रम , सभी एसडीएम, महिला एवं बाल विकास कृषि विभाग को शिकायतों के निराकरण में विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए। शिकायतों के निराकरण में संतोषजनक प्रगति न होने पर कलेक्टर श्री सिंह ने उप संचालक कृषि से स्पष्टीकरण लेने के निर्देश दिए।
कलेक्टर श्री सिंह ने बैठक में निर्देश दिए कि अवैध अतिक्रमण के विरुद्ध सतत कार्यवाही की जाए। नगर निगम उज्जैन कमर्शियल और रहवासी अतिक्रमण को हटाने की कार्यवाही करें। इसी के साथ सभी एसडीएम और तहसीलदार देखें कि तहसील कार्यालयों में कोई अनाधिकृत व्यक्ति अनावश्यक न बैठें। तहसील कार्यालय के आस पास किस प्रकार का अतिक्रमण न हो, सुनिश्चित करें। उन्होंने जिला शिक्षा अधिकारी को निजी स्कूलों के लिए जारी शिक्षा विभाग के दिशा निर्देशों का प्रभावी ढंग से पालन सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए। बैठक में कलेक्टर ने दस्तक अभियान, खाद की उपलब्धता और वितरण, किसानों को भुगतान आदि को भी समीक्षा कर उपार्जन संबंधी अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए।