उज्जैन । श्री महाकालेश्वर मन्दिर प्रबंध समिति द्वारा इस वर्ष 19 वॉ अखिल भारतीय श्रावण महोत्सव “शिवसंभवम” 2024 का आयोजन किया जा रहा हैं।
इस आयोजन में शास्त्रीय गायन, वादन और नृत्य से भगवान् श्री महाकालेश्वर की वंदना में राष्ट्रीय स्तर के प्रख्यात कलाकार अपनी प्रस्तुतियां देकर महाकाल आराधना करेंगे |
दिनांक 31 अगस्त 2024 शनिवार को 19 वॉ अखिल भारतीय श्रावण महोत्सव “शिवसंभवम” 2024 का षष्टम आयोजन श्री महाकालेश्वर मंदिर के निकट महाकाल महालोक स्थित त्रिवेणी कला एवं पुरातत्व संग्रहालय सभागृह, जयसिंह पुरा उज्जैन में शाम 7 बजे किया जाएगा |
कला साधकों के इस प्रस्तुति समागम के छटे शनिवार को अजमेर के श्री आनंद वैद्य का शास्त्रीय गायन, इंदौर की संस्था मुद्रा कथक नृत्य अकादमी का समूह कथक नृत्य तथा उज्जैन की सुश्री मयूरी सक्सेना के कथक नृत्य प्रस्तुति होगी |
*कलाकार परिचय*
*आनन्द वैद्य* संगीत की दुनिया में एक नया सितारा बनकर उभरे हैं। एक ऐसी आवाज़ जिसकी चर्चा हर कोई करता है, उन्हें राजस्थान संगीत नाटक अकादमी से संगीत में उच्च शिक्षा के लिए छात्रवृत्ति मिली है I वे भविष्य के असाधारण कलाकार हैं। सांगली के पं.ए.आर. पटवर्धन की श्रीमती श्यामल नावरे के कुशल मार्गदर्शन में उनका प्रशिक्षण हुआ। वर्तमान में वे मुंबई के पं.अजय पोहनकर के मार्गदर्शन में प्रशिक्षण ले रहे हैं।
श्रीमती तनुजा हिरपाठक ने मात्र 3 वर्ष की आयु से कथक नृत्य का प्रशिक्षण गुरू डॉ. पूनम व्यास से लेना प्रारंभ किया व पिछले 20 से ज्यादा वर्षों के व्यापक अनुभव के साथ मंच प्रदर्शन और छात्राओं को कथक नृत्य प्रशिक्षण दे रही हैं, आप एक कुशल कथक नृत्यांगना एवं गायिका हैं। शास्त्रीय नृत्य कथक की परम्परा को आगे बढ़ाने के उद्देश्य से *श्रीमती तनुजा हिरपाठक अपनी संस्था मुद्रा कथक नृत्य अकादमी के माध्यम से इन्दौर* में एवं ऑनलाइन माध्यम से देश-विदेश में विगत 15 वर्षों से निरंतर कथक नृत्य का प्रशिक्षण दे रही है। संस्थान से विशारद पूर्ण कर चुकी छात्राओं के साथ ही अभी प्रशिक्षण ले रही नृत्यांगनाओं ने भी अनेकों मंचों पर प्रस्तुति देकर अपने कौशल का परिचय करवाया है तथा विभिन्न नृत्य प्रतियोगिताओं में पुरस्कार प्राप्त किये है।
*सुश्री मयूरी सक्सेना* विगत 25 वर्षों से कथक गुरु डॉ.पूनम व्यास, डॉ. पद्मजा रघुवंशी, पं.महेंद्र रघुवंशी, पं.हरिहरेश्वर पोद्दार, पं श्रीधर व्यास और डॉ सुचित्रा हलमलकर जी के सानिध्य में कथक नृत्य साधना कर रही हैं। मयूरी ने स्नातकोत्तर की डिग्री राजा मानसिंह तोमर विश्वविद्यालय ग्वालियर से प्राप्त की है। आपके द्वारा कई राष्ट्रीय मंचों पर नृत्य प्रस्तुतियां दी गई है जिनमें कालिदास समारोह 2015, 2021, श्रावण महोत्सव 2005 ,2014 अंतर्राष्ट्रीय नृत्य महोत्सव ऊटी, गंगा महोत्सव वाराणसी, नृत्य महोत्सव मुंबई ,अंतर्राष्ट्रीय नृत्य महोत्सव गुवाहाटी आदि सम्मिलित है।