उज्जैन, जिला होमगार्ड कार्यालय में मुख्य अतिथि के रूप में उज्जैन जिले के प्रभारी एवं कौशल एवं रोजगार राज्य मंत्री श्री गौतम टेटवाल ने होमगार्ड जवानों को संबोधित करते हुये कहा कि भीषण जल आपदा या अन्य कोई प्राकृतिक आपदा, कानून व्यवस्था का निर्वहन एवं अति महत्वपूर्ण चुनाव डियूटियों जैसे अनेकों कार्यों में होमगार्ड के सैनिक दिनरात मेहनत व तपस्या करते हैं। इनके द्वारा दी जा रही सेवाओं का लाभ सम्पूर्ण समाज को प्राप्त होता है। प्रभारी मंत्री श्री टेटवाल ने कहा कि होमगार्ड के जवान अपनी सेवाओं के साथ प्रशासन, पुलिस प्रशासन आदि के साथ अपनी महत्वपूर्ण सेवाएं देते हुए आपदा प्रबंधन में भी अपना श्रेष्ठ योगदान देकर बचाव का काम करते हैं। वे सब बधाई के पात्र है। क्षिप्रा नदी में बाढ़ हो या जिले के नदी नालों, पोखरों आदि में जल भराव से हानि से बचाव कर अपनी उत्कृष्ट सेवाएं देकर पूर्ण निष्ठा के साथ समर्पण भाव के साथ सराहनीय कार्य होमगार्ड के जवान करते हैं। उन्होंने कहा कि गत दिनों मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव ने महाकाल मंदिर में गार्ड के रूप में होमगार्ड के जवान अपनी सेवाएं देने की घोषणा की है। प्रभारी मंत्री ने समस्त होमगार्ड एवं एसडीईआरएफ के जवानों के उज्जवल भविष्य की कामना की।
कार्यक्रम में अवगत कराया कि 78 वर्ष पुराना यह यह गौरवशाली संगठन अपनी निष्काम सेवा के लिये जाना जाता है। सिंहस्थ को सफल बनाने के लिये होगगार्ड द्वारा दिये गये योगदान की सर्वत्र सराहना मिली थी। लोग आज भी तपती दोपहरी में रामघाट व अन्य स्थानों पर की गयी होमगार्ड जवानों की डियूटियों को याद करते हैं।
शुक्रवार 06 दिसंबर को होमगार्ड और नागरिक सुरक्षा संगठन ने अपना 78वां स्थापना दिवस हर्ष उल्लास से मनाया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि उज्जैन जिले के प्रभारी एवं कौशल एवं रोजगार राज्य मंत्री श्री गौतम टेटवाल और विशिष्ट अतिथि के रूप में अति. पुलिस महानिदेशक श्री उमेश जोगा एवं उप पुलिस महानिरीक्षक श्री नवनीत भसीन, जिला कलेक्टर श्री नीरज कुमार सिंह, पुलिस अधीक्षक श्री प्रदीप शर्मा, विक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ.अर्पण भारद्वाज, श्री संजय अग्रवाल, मुकेश यादव तथा अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।
कार्यक्रम के प्रारंभ में मुख्य अतिथि प्रभारी मंत्री श्री टेटवाल का स्वागत डिवीजनल कमाण्डेन्ट होमगार्ड उज्जैन श्री रोहिताश पाठक एवं डिस्ट्रिक्ट कमाण्डेन्ट होमगार्ड/एसडीईआरएफ श्री संतोष कुमार जाट ने पुष्पगुच्छ भेंट कर किया। इस अवसर पर सेरेमोनियल ड्रेस में सुसज्जित आर्कषक परेड के द्वारा मार्च पास्ट करते हुये, मुख्य अतिथि को सलामी दी गई। इसके उपरांत भारत के महामहिम राष्ट्रपति के द्वारा स्थापना दिवस पर दिये गये संदेश का वाचन अति. पुलिस महानिदेशक श्री जोगा द्वारा व कलेक्टर श्री नीरज कुमार सिंह द्वारा माननीय प्रधानमंत्री जी के संदेश का वाचन किया। निरीक्षण वाहन में सवार होकर कौशल एवं रोजगार राज्य मंत्री श्री गौतम टेटवाल ने परेड के सभी प्लाटूनों का निरीक्षण किया, निरीक्षण में आर्म्स प्लाटून, महिला प्लाटून, यातायात प्लाटून व आधुनिक बचाव उपकरणों से लेस एसडीईआरएफ एवं रेस्क्यू वाहनों के प्लाटून भी सम्मिलित रहे। परेड का नेतृत्व प्लाटून कमाण्डर श्रीमती रूबी यादव व टूआईसी श्री दिलीप बामानिया के द्वारा किया गया, आर्म्स प्लाटूनो में प्रथम प्लाटून का नेतृत्व पी.सी. श्रीमती शीला चौधरी, द्वितीय प्लाटून पी.सी. श्री पुष्पेन्द्र त्यागी, तृतीय प्लाटून पी.सी सुश्री गायत्री वर्मा, चतुर्थ प्लाटून पी.सी. सुश्री हेमलता पाटीदार एवं पंचवे प्लाटून ए.एस.आई. श्री भैरूलाल सारेल द्वारा किया गया। परेड के उपरांत उत्कृष्ट ड्यूटी सम्पादित करने वाले अधिकारी/कर्मचारी एवं जवानों को मुख्य अतिथि द्वारा प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया। इसके उपरांत एसडीईआरएफ यूनिट द्वारा झोंपडी में आग लगने से बचाव एवं राहत कार्य के डेमोन्स्ट्रशन का कार्यक्रम किया गया। उक्त कार्यक्रम में जिला एवं संभागीय कार्यालय का समस्त स्टाफ, जिले के सभी प्रशासनिक अधिकारी, जनप्रतिनिधि, एनएसएस केडेट्स एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।
उल्लेखनीय है कि 15 जून 2013 में केदारनाथ में भयानक आपदा आने के उपरांत गठित हुयी एसडीईआरएफ टीम के पास उपलब्ध अत्याधुनिक बचाव उपकरणों की प्रदर्शनी भी लगायी गई। मुख्य अतिथि एवं उपस्थित अन्य सभी अधिकारीगणों द्वारा प्रत्येक उपकरणों की कार्यविधि व उपयोगिता के बारे में विशेषज्ञ टीम से जानकारी ली गई व साथ ही उन्होने होमगार्ड के द्वारा सम्पादित किये जा रहे कार्यों की प्रशंसा की। जिन्हे जानकारी दी गई कि उज्जैन जिला अनेक नदियों से घिरा हुआ है, कालीसिंध, चंबल, गंभीर क्षिप्रा आदि नदियों में अक्सर बाढ़ के हालात उत्पन्न होते हैं, ऐसे में उज्जैन होमगार्ड और एसडीईआरएफ टीम के पास पुणे महाराष्ट्र से डीप डायविंग का अतिमहत्वपूर्ण प्रशिक्षण प्राप्त कर कुशल प्रशिक्षित गोताखोरों की टीम तैयार की है, जो कि जलजनित आपदा के समय डीपडायविंग सूट पहनकर गहरे पानी में आसानी से जा सकते हैं।