आवासीय सम्पत्तियों का व्यवसायिक उपयोग करने वाले करदाताओं हेतु विशेष शिविर का आयोजन कर सम्पत्तिकर वसूला जाए – महापौर श्री मुकेश टटवाल

उज्जैन: शहर की वर्तमान संरचना में परिवर्तन आया है अधिकतर नागरिकों द्वारा अपने आवासीय भवनों का व्यावसायिक तौर पर उपयोग किया जा रहा है ऐसे करदाताओं से व्यवसायिक टैक्स वसुली की कार्यवाही करते हुए विशेष अभियान चलाया जाए।
यह निर्देश मंगलवार को निगम मुख्यालय के सभाकक्ष में आयोजित सम्पत्तिकर विभाग की समीक्षा बैठक में महापौर श्री मुकेश टटवाल द्वारा दिए गए। आपने सम्पत्तिकर विभाग की समीक्षा करते हुए वर्तमान वित्तीय वर्ष में अब तक प्राप्त हुए सम्पत्तिकर की जानकारी प्राप्त करने के साथ ही आवासीय सम्पत्तियों का उपयोग व्यवसायिक रूप से करने वाले करदाओं से विशेष शिविर लगाया जाकर कर वसुली की कार्यवाही करने हेतु कहा।
आपने अधिकारियों को निर्देशित किया कि होमस्टे, होटल, गार्डन की जांच की जा कि कितना टैक्स वर्तमान में बकाया है साथ ही नोटिस जारी करते हुए बकाया संपत्ति कर वसूला जाए।
व्यावसायिक क्षेत्र में अभियान चलाया जाए ताकि संबंधित करदाता अपना कमर्शियल टैक्स जमा कर सके। वर्तमान में 350 से अधिक की संख्या में ऐसे बकायदार हैं जिसे एक लाख से ऊपर की राशि का संपत्ति कर वसूला जाना है एवं 18436 की संख्या में ऐसे करदाता है जिनसे 10000 से लेकर 1 लाख तक के बकाया कर की वसूली की जाना है लगभग यह राशि 50 करोड़ से अधिक की है।
दिनांक 14 दिसंबर शनिवार को नेशनल लोक अदालत का आयोजन किया जा रहा है जिसमें बड़े बकायादारों से संपर्क करते हुए संपत्ति कर वसूला जाए। महापौर द्वारा विभाग के अधिकारियों को लक्ष्य दिया गया कि मार्च 2025 तक 50 करोड़ से अधिक संपत्ति कर वसूला जाए इसलिए लगातार व्यापक प्रचार प्रसार करते हुए बड़े बकायेदारों को नोटिस जारी करें आम नागरिकों से अपील करें कि शहर विकास में अपना सहयोग प्रदान करते हुए अपना बकाया संपत्ति कर जमा करें।
बैठक में उपायुक्त श्रीमती आरती खेडेकर, सहायक आयुक्त श्री तेजकरण गुनावदिया, संपत्ति कर विभाग के अधिकारी श्री सुनील जैन एवं समस्त जोन के संपत्ति कर अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।