महिलाएं गौरवपूर्ण तरीके से अपना स्थान बना रही हैं – डॉ कल्पना सिंह

उज्जैन, महिलाएं गौरवपूर्ण तरीके से अपना स्थान बना रही हैं । ये उदगार माधव कॉलेज की प्राचार्य डॉ
कल्पना वीरेंद्र सिंह द्वारा अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर व्यक्त किए गए । उन्होंने सभी प्राध्यापक गण को शुभकामनाएं दी । उन्होंने बताया कि अपनी कार्य शैली से महिलाओं ने अपना एक विशेष स्थान बना लिया है । इस दौर में परिवर्तन की बयार बह रही है । लड़कियों को पहले भी मौके दिए जाते थे, लेकिन यह इतना प्रचलन में नहीं था । आज बदलाव ज्यादा आ गया है । आज लड़कियां विमान उड़ाती हैं और डॉक्टर ,इंजीनियर, सेवा क्षेत्र में अधिकारी और अर्थशास्त्री भी हैं । वे सभी कामों में अपनी भागीदारी कर रही हैं । हर क्षेत्र में महिलाएं प्रतिनिधित्व कर रही हैं । हम इस दिवस को उत्सव के रूप में मना रहे हैं । डॉक्टर दीपमाला रावत महिला सशक्तिकरण का एक ज्वलंत उदाहरण हैं । हर सफल महिला के पीछे एक पुरुष है । जो उसे समर्थन करता है । हमें अपने कार्यस्थल पर पुरुषों के द्वारा समर्थन मिलता रहा है ।
इस मौके पर डॉक्टर अनीता सोनवाल, सहायक प्राध्यापक, समाजशास्त्र द्वारा मुख्य वक्ता डॉक्टर दीपमाला रावत का परिचय दिया गया जो कि अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस कार्यक्रम की मुख्य वक्ता थीं । जनजातीय गौरव सम्मान से सम्मानित डॉक्टर दीपमाला रावत ने इसके बाद अपना उद्बोधन दिया । उन्होंने स्वर्ण युग के निर्माण में जनजातीय महिलाओं की भूमिका पर अपनी बात रखी । उन्होंने कहा कि भारत जैसे देश में महिलाओं के लिए दिवस मनाने की जरूरत नहीं है । आक्रांताओं के दबाव के बाद भी भारत की महिलाएं उभर कर सामने आई ।हम उन महिलाओं के संघर्ष की बात कर रहे हैं जो अंधेरे में रोशनी की किरण बनकर आगे आई हैं । उनमें से कुछ प्रमुख महिलाएं भूरी बाई जैसी हैं जो पदम श्री से सम्मानित हुई हैं । भूरी बाई ने पिथौरा कला पर कार्य किया । उन्होंने अपने समाज में बहुत संघर्ष किया और पदम श्री पुरस्कार से सम्मानित भी हुई । इसी तरह दुर्गाबाई गौरी अपनी कला के लिए सम्मानित हुई । लहरी बाई यूनिसेफ की ब्रांड एंबेसडर हैं । वह मोटे अनाजों का संग्रहण कर रही हैं, ताकि उसका संग्रहण कर उस मोटे अनाज की उपलब्धता को बनाए रखें । डॉक्टर सीमा अलावा ने प्रशासनिक क्षेत्र में कार्य किया है । इन्हें भी कई कार्यों में सम्मान मिले हैं । शीला कुमारी देवी टेलिस्कोप से पिथौरागढ़ पॉइंट पर पर्यटकों को दर्शन कराती हैं । सुश्री शारदा ठाकुर ने साइकिल से नर्मदा नदी के तट की परिक्रमा को पूरा किया । इन सभी जनजातीय क्षेत्र की महिलाओं ने ऐसे कार्य किए हैं जिसके कारण उन्हें सम्मान मिल रहा है और वे उदाहरण प्रस्तुत कर रही हैं ।
। इस अवसर पर छात्रा
प्रीति परमार द्वारा भारतीय संविधान में महिलाओं को दिए गए अधिकारों के बारे में बताया गया गया कि अनुच्छेद 14, 15 द्वारा समान कार्य और समान वेतन का अधिकार उन्हें दिया गया है । अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के शुभ अवसर पर डॉक्टर प्रार्थना निगम के मार्गदर्शन में जिन शोधार्थियों द्वारा पीएचडी की गई है, उनकी थीसिस का अवलोकन भी डॉक्टर दीपमाला रावत ने किया । वाणिज्य विभाग की
डॉक्टर शुभकामना रक्ताले द्वारा आभार व्यक्त किया गया ।संचालन डॉक्टर कंचन ससाने द्वारा किया गया । सभी प्राध्यापक गण मौजूद रहे ।