हम धर्म के मार्ग से कर सकते है प्रकृति का संरक्षण: आचार्य श्री विनम्र सागर जी महाराज

उज्जैन, हमारे धर्म में पर्यावरण संरक्षण का मूलमंत्र ‘अहिंसा’ है। यह सिद्धांत न केवल जीवित प्राणियों के प्रति, बल्कि अग्नि, जल, वायु आदि प्राकृतिक तत्वों के प्रति भी लागू होता है। हमारे धार्मिक ग्रंथों में इन तत्वों के साथ छेड़छाड़ करना महापाप माना गया है। हम धर्म के मार्ग पर चलकर प्रकृति का संरक्षण कर सकते है। यह बात उज्जैन प्रवास पर आए आचार्य श्री विनम्र सागर जी महाराज ने जल संवर्धन एवं पर्यावरण जागृति विषय पर प्रवचन के दौरान कही। उन्होंने पर्यावरण चेतना पर भी विशेष ध्यान दिया इसके अलावा पर्यावरण संरक्षण के प्रति जैन धर्म की प्रतिबद्धता को सबके सामने रख।
कार्यक्रम में मुख्य संयोजक समाज सचिव सचिन कासलीवाल ने बताया कि कार्यक्रम सुबह 7:30 बजे
महाराजा विक्रमादित्य शोधपीठ के कार्यालय में संपन्न हुआ। इस मौके पर आचार्य श्री विनम्र सागर जी महाराज ने विक्रमोत्सव अंतर्गत प्रदर्शित की गई भारतीय ऋषि परंपरा पर केंद्रित प्रदर्शनी आर्ष भारत एवं विक्रमादित्यकालीन सील सिक्के एवं औजारों की प्रदर्शनियों का अवलोकन किया। इसके पूर्व मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के बड़े भाई नंदलाल यादव एवं महाराजा विक्रमादित्य शोधपीठ के पदाधिकारी व अतिथियों द्वारा आचार्य श्री संघ का स्वागत किया अभिनंदन किया।
इस मौके पर विद्यासागर पाठशाला की बच्चियों ने विशेष नृत्य प्रस्तुत किया सभी अतिथियों ने आचार्य श्री का चित्र अनावरण, दीप प्रज्वलन एवं पद प्रक्षालन किया जिसमें विशेष रूप से संस्था के प्रमुख नरेश शर्मा, राजेश सिंह कुशवाह, दिनेश दिग्गज, कुलपति अर्पण भारद्वाज, ज्योतिषाचार्य प्रोफेसर एवं अजय शर्मा, सचिन राय आदि लोग मौजूद थे। सर्वप्रथम सभी अतिथियों के साथ आचार्य श्री के पाठ प्रक्षालन सुनील जैन ट्रांसपोर्ट,सुबोध ममता जैन, डीआर पीसी जैन, सुशील लुहाडिया,मनोज जैन,अशोक जैन चायवाला,देवेंद्र सिंघाई, फेडरेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष देवेंद्र कासल,कमल मोदी, प्रदीप पांडेया,धर्मेंद्र सेठी, अनिल गंगवाल, नितिन दोषी, प्रदीप झंझरी,अश्विन कासलीवाल कार्यक्रम का संचालन दिनेश दिग्गज ने किया आभार रमन सोलंकी ने माना कार्यक्रम में सभी दिगंबर जैन मंदिरों के अध्यक्ष सचिव और कार्यकर्ताओं द्वारा श्रीफल भेंट किया गया तत्पश्चात आचार्य श्री पूजा की गई जिसमें शहर की प्रमुख संस्थाओं के साथ-साथ विक्रम शोध संस्था, शांतिनाथ दिगंबर जैन मंदिर ट्रस्ट, शांतिनाथ दिगंबर जैन मंदिर महिला मंडल, सकल जैन समाज एवं सकल जैन समाज, सामाजिक संसद, फ्रीगंज लक्ष्मी नगर ऋषि नगर नमक मंडी नयापुरा तपोभूमि सभी सोशल ग्रुप सभी नवयुवक मंडल महिला मंडल द्वारा भी पूजन किया गया कार्यक्रम में सभी संस्थाओं के अध्यक्ष सचिव एवं पदाधिकारी व कार्यकारिणी सदस्य गण मौजूद थे समाज के अन्य घटकों के वरिष्ठ कार्यकर्ता भी कार्यक्रम में विशेष रूप से मौजूद थे सभी ने आचार्य श्री को श्रीफल भेंट किया कार्यक्रम पश्चात संस्था द्वारा सभी समाज जनों के लिए अल्पाहार में सभी लोग सम्मिलित हुए तत्पश्चात विक्रम शोध संस्थान से आचार्य श्री संघ का चल समारोह भव्य रूप से निकल गया जिसमें सर्वप्रथम बैंड बाजे घोड़े बग्गी के साथ-साथ बच्चों के विशेष बैंक की प्रस्तुति महिला मंडल के मंडलों की अनेक प्रकार की वेशभूषाही एवं कलश सर पर रखकर चल समारोह में निकले आचार्य श्री का जगह-जगह पद प्रक्षालन समाज जनों ने किया।