वृद्धा द्वारा डांटने मात्र पर अज्ञात आरोपी ने सिमेन्ट की विल्सी से किया बेरहमी से कत्ल

उज्जैन, सूचनाकर्ता ज्योति पति सुनिल जैन निवासी गुलाबबाई कालोनी नागदा द्वारा दिनांक 28.03.2025 को थाना नागदा पर उपस्थित होकर रिपोर्ट की कि मेरी जेठानी प्रीति पति स्व. ओमप्रकाश जैन नागदा शहर में डाक्टर शर्मा की गली में अकेली रहती है। पीछले 24 मार्च को रात करीब 08.45 बजे मैं सुश्री प्रीति जैन से मिलने उनके घर पहुंची जहां देखा कि प्रीति जैन पति ओमप्रकाश जैन उम्र 68 साल निवासी डॉ. शर्मा की गली नागदा अपने घर की किचन में खून से लथपथ पड़ी थी इस पर मेरे द्वारा अपने पति सुनिल जैन और अन्य लोगो की मदद से प्रीति जैन को जनसेवा अस्पताल नागदा ले जाकर ईलाज कराया। बाद उन्हें उज्जैन के तेजनकर अस्पताल में भर्ती कराया, प्रीति जैन के पुत्र आशिष जैन द्वारा आज अपने घर जाकर देखा कि घर में फर्श पर खून और सिमेन्ट की विल्सी के टुकडे पड़े पाए। निश्चित ही किसी अज्ञात व्यक्ति ने घर में घूंसकर मारपीट कर प्रीति जैन को चोट पहुंचाई है । सूचनाकर्ता की रिपोर्ट पर से थाना नागदा पर अप.क्रं. 151/2025 धारा-332,115 (2) बीएनएस का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
मामला वरिष्ठ महिला नागरिक के साथ मारपीट जैसी गंभीर घटना होने पर पुलिस अधीक्षक उज्जैन द्वारा तुरन्त एक विशेष पुलिस जांच टीम का गठन किया गया, उक्त टीम द्वारा घटना स्थल का मुआईना कर फारेंसिक विज्ञान टीम को भी बुलाकर तकनीकी साक्ष्य का संकलन किया। दिनांक 30.03.2025 को घायल प्रीति जैन की तेजनकर अस्पताल में मृत्यु होने से प्रकरण में धारा 103 (1) बी.एन.एस. का इज़ाफ़ा किया गया। प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए अज्ञात आरोपी की पतारसी के लिए पुलिस अधीक्षक उज्जैन द्वारा 10000 /- रूपए का नगद पुरुस्कार की उद्घोषणा की गई।

प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए स्वंय अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक उज्जैन एवं (देहात), नगर पुलिस अधीक्षक नागदा द्वारा विशेष टीम गठीत कर लगातार मामले की विवेचना के सम्बन्ध में सतत् निगरानी रखी गई, विशेष टीम द्वारा घटना स्थल के चारो तरफ तकनीकी साक्ष्यो को एकत्रित किया गया तथा प्रकरण में अज्ञात आरोपी की पतारसी हेतु विशेष टीम द्वारा अपने अपने विश्वसनीय मुखबीरो को अज्ञात आरोपी की पतारसी हेतु पाबंद किया गया। विवेचना के दौरान 50 लोगो से घटना के संबंध में विस्तृत पूछताछ की गई व सीसीटीवी फुटेज व सायबर सेल से तकनीकी जानकारी के अवलोकन से कोई विशेष जानकारी प्राप्त नहीं होने पर पुलिस ने मृतिका प्रीति जैन के घर के पडोसियों पर लगातार नजर बनाए रखी।
दिनांक 03.04.2025 को मुखबीर द्वारा सूचना प्राप्त हुई की मृतिका के पड़ोस में रहने वाला लड़का यशवर्धन पिता पवनसिंह सोलंकी कुछ दिनो से परेशान व घबराया हुआ दिख रहा है। यशवर्धन की तलाश में टीम उसके घर पहुंची तो यशवर्धन घर पर नहीं मिला परिजनो को पाबंद किया यशवर्धन उसके माता पिता के साथ थाने पर उपस्थित हुआ, यशवर्धन सिंह पिता पवन सिह सोलंकी उम्र 18 साल 05 माह निवासी डा.शर्मा की गली नागदा से गठीत विशेष टीम द्वारा हिकमत अमली व सुझबुझ से घटना के बारे में पूछताछ करते पहले तो यशवर्धन पुलिस को गुमराह करने लगा किंतु गठीत टीम द्वारा लगातार प्रश्न करने पर यशवर्धन टूट गया और यशवर्धन ने जुर्म स्वीकार कर पुलिस को बताया कि घटना दिनांक 24.03.2025 की शाम करीब 07.30 बजे मैं कान में इयर बर्ड्स लगाकर गाना सुनते हुए घर की छत पर एक्सरसाईज कर रहा था तभी एयर बर्ड पडोसी प्रीति जैन दादी सा की छत पर जा गिरा तो मैं मेरी छत से प्रीति जैन दादी सा की छत पर एयर बर्ड लेने गया तो प्रीति जैन दादी सा ने मुझे देख लिया व मुझ पर आरोप लगाते हुए बोला की तु मेरे घर चोरी करने आया है। मैं तेरे माता पिता को बताऊंगी और पुलिस बुलाकर जेल भेजूंगी और गुस्से में प्रीति जैन दादी ने मुझे गाल पर थप्पड मार दिया जिससे मुझे गुस्सा आया और मैं आक्रोशित हो गया और मैनें प्रीति जैन की छत पर रखी सिमेंट की दो विल्सी से प्रीति जैन के ऊपर सिर में वार किए जिससे विल्सी के टुकडे हो गए और प्रीति जैन घायल होकर गिर गई। प्रकरण में आरोपी यशवर्धन सिंह पिता पवन सिंह सोलंकी उम्र 18 साल 05 माह निवासी डा.शर्मा की गली नागदा को गिरफ्तार कर आरोपी यशवर्धन सिह के द्वारा घटना समय पहने कपडे व ईयर वर्डस जप्त किए गए है। आरोपी यशवर्धन सिह सोलंकी को न्यायालय नागदा पेश किया जावेगा ।

*◼️सराहनीय भूमिका :-* उक्त प्रशंसनीय कार्य में अति. पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) श्री मयूर खण्डेलवाल, नगर पुलिस अधीक्षक श्री बृजेश श्रीवास्तव, थाना प्रभारी नागदा अमृतलाल गवरी, उनि राजेश कलमी, उनि प्रतीक यादव (सायबर सेल), प्र.आर सुनिलसिंह बैस, प्र.आर यशपालसिंह सिसौदिया, प्र.आर रितेश बोरिया, प्र.आर दिनेश गुर्जर, प्र.आर राजपाल सिह चंदेल (सायबर सेल), प्र.आर सोमसिंह भदौरिया, आर. सुरेश डांगी, आर ईश्वर परिहार (थाना बिरलाग्राम), आर कृष्णा बैरागी (थाना (खाचरोद) व चालक आर जितेन्द्र राठौर की महत्वपूर्ण भूमिका रही।