उज्जैन, उज्जयिनी जिला शतरंज संघ और मध्यप्रदेश एडहॉक कमेटी के संयुक्त तत्वाधान में उज्जैन में ओपन चेस टूर्नामेंट का आयोजन किया गया। इस शतरंज स्पर्धा में शहर के 40 बालक बालिकाओं ने हिस्सा लिया और अपने खेल कौशल का बेहतर प्रदर्शन किया। स्पर्धा में छहः विभिन्न राउंड में मुकाबले आयोजित हुए।
भारतीय ज्ञानपीठ परिसर में आयोजित ओपन चेस टूर्नामेंट का समापन पुरस्कार वितरण के साथ हुआ। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि वरिष्ठ पत्रकार निरूक्त भार्गव, विनोद सिंह सोमवंशी थे। कार्यक्रम में विशेष अतिथि के रूप में उज्जयिनी जिला शतरंज संघ अध्यक्ष संदीप कुलश्रेष्ठ, सचिव महावीर जैन, स्वदेश शर्मा, अनिल गुप्ता, मोहन नागर, विश्वास शर्मा, टूर्नामेंट डायरेक्टर आरसी शर्मा, सूरजभान सिंह चंदेल, सुमीत व्यास, आर्बिटर शुभम कुशवाह उपस्थित रहे। पुरस्कार वितरण करते हुए वरिष्ठ पत्रकार निरूक्त भार्गव, विनोद सिंह सोमवंशी ने नन्हें शतरंज खिलाड़ियों का जज्बा देखकर प्रसन्नता व्यक्त की और बच्चों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि मस्तिष्क विकास के लिए शतरंज का खेल एक महत्वपूर्ण व्यायाम है। जीवन में शतरंज खेल से बहुत कुछ सीखा जा सकता है। इसे हर एक विद्यार्थी को खेलना चाहिए। शतरंज की बिसात भी मनुष्य के जीवन की तरह होती है। जीवन के हर मोढ़ पर बड़ी सावधानी के साथ हमें आगे बढ़ना होता है, जिसमें शतरंज जैसा खेल काफी मददगार साबित होता है।
एक दिवसीय स्पर्धा में 40 खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया, जिसमें पांच साल से 16 साल तक के शतरंज खिलाड़ी शामिल हुए। स्पर्धा के दौरान छहः अलग अलग राउंड में मुकाबले आयोजित किए गए। जिसमें अंडर 16 में प्रथम स्थान सुरभित सूर्यवंशी ने प्राप्त किया। दूसरे स्थान पर नैतिक परमार, तीसरे स्थान पर शौर्य दिवरे, चौथे स्थान पर श्रेया सिन्नरकर और पांचवें स्थान पर अनुषा दिवी तिवारी रहीं। इसी तरह अंडर 12 वर्ग में ईरा परमार प्रथम, कुशाग्र कुमावत द्वितीय, तेजस ठाकुर तृतीय, समर कुमावत चतुर्थ और यश वर्मा पंचम स्थान पर रहे। अंडर 09 वर्ग में रूद्राक्ष भास्कर कटियार प्रथम, मन्नत गोयल द्वितीय, मानसा पुष्पाध्याय तृतीय और चौथ स्थान आरव जैन ने बनाया। स्पर्धा में सभी विजेता खिलाड़ियों को ट्रॉफी और मेडल प्रदानकर सम्मानित किया गया। साथ शतरंज स्पर्धा में हिस्सा लेने वाले सभी खिलाड़ियों को प्रमाण पत्र वितरित किए गए। इस अवसर पर बड़ी संख्या में बच्चों के अभिभावक भी मौजूद रहे।