एडीएम द्वारा विभिन्न मामलों में जनसुनवाई की गई

उज्जैन, एडीएम श्री शाश्वत शर्मा के द्वारा मंगलवार को प्रशासनिक संकुल भवन के सभा कक्ष में जनसुनवाई करते हुए प्राप्त प्रकरणों का समय सीमा में निराकरण करने के निर्देश दिये गये।

खाचरौद के ग्राम नरसिंहगढ़ निवासी श्री भेरूलाल ने आवेदन दिया कि गांव में उनके स्वामित्व की कृषि भूमि पर गांव के एक दबंग व्यक्ति के द्वारा कब्जा कर अतिक्रमण कर लिया गया है। इस पर एसडीएम खाचरौद को जांच कर आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये।

बड़नगर के ग्राम खरसौद खुर्द निवासी श्री सत्यनारायण पाटीदार ने आवेदन दिया कि ग्राम पंचायत पलदुना के पूर्व सचिव के द्वारा शासकीय कार्य के लिए प्रदत्त राशि में अनियम‍ितता की गई है। जिस पर सीईओ जनपद पंचायत बड़नगर को मामले की जांच कर आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये।

उज्जैन निवासी श्री खुशवंत सिंह पटेल ने आवेदन दिया क‍ि उन्होंने उनकी पैतृक कृषि भूमि की हक त्याग रजिस्ट्री करवाई थी, लेकिन उसके पश्चात भी सम्पत्ति के दस्तावेजों से त्यागकर्ता का नाम नहीं हटाया गया है। इस पर तहसीलदार उज्जैन ग्रामीण को उचित कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये।

उज्जैन निवासी श्रीमती सुनिता बाई मालवीय ने आवेदन दिया कि उनकी पैतृक सम्पत्ति के आपसी सहमति से बंटवारा किये जाने के पश्चात भी उन्हें उनके मकान के हिस्से में परिजनों के द्वारा रहने नहीं दिया जा रहा है तथा उनके साथ आए दिन अभद्र व्यवहार किया जाता है। इस पर तहसीलदार उज्जैन नगर को आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये।

ग्राम पिपलौदा द्वारकाधीश निवासी श्रीमती सुमन बाई ने आवेदन दिया कि वे पिछले कई वर्षों से वहां निवासरत हैं तथा वे गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन कर रही हैं, अत: उन्हें उक्त भूमि का पट्टा प्रदान किया जाये। इस पर तहसीलदार उज्जैन ग्रामीण को नियमानुसार कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये।

झार्डा के ग्राम कासौन निवासी श्री राकेश पिता रमेश चंद्र ने आवेदन दिया कि उनके गांव में एक व्यक्ति के द्वारा प्रार्थी कि कृषि भूमि पर आवागमन के परंपरागत मार्ग को अवरूद्ध कर दिया गया है। भूमि पर जाने का अन्य कोई रास्ता नही हैं जिस वजह से आवेदक को कृषि कार्य करने में बहुत परेशानी हो रही है। इस पर तहसीलदार झार्डा को जांच कर आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये।

उज्जैन निवासी श्रीमति रेखा सुर्या ने आवेदन दिया कि कई बार आवेदन किये जाने के पश्चात भी उनका जाति प्रमाण पत्र नहीं बन रहा है। इस पर एसडीएम उज्जैन शहर को नियमानुसार कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये।

इसी प्रकार अन्य अधिकारियों द्वारा विभिन्न मामलों में जनसुनवाई की गई।