उज्जैन, प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव आगामी सिंहस्थ महापर्व 2028 के अंतर्गत उज्जैन आने वाले श्रद्धालुओं का अनुभव भव्य,दिव्य और अविस्मरणीय बनाने के लिए निरंतर प्रयासरत हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव की परिकल्पना अनुसार सिंहस्थ 2028 के लिए 20 हजार करोड़ रुपए की राशि से अधिक के विकास कार्य किए जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव की परिकल्पना को मूर्त देने के लिए सिंहस्थ 2028 के अंतर्गत अधोसंरचना विकास के कार्य – उज्जैन-इंदौर सिक्सलेन , उज्जैन-इंदौर ग्रीन फील्ड मार्ग, शहर के आंतरिक मार्गों का चौड़ीकरण, कान्ह-क्लोज डक्ट परियोजना, सेवरखेडी- सिलारखेड़ी परियोजना , 29.1 किमी लंबे नवीन घाटों का निर्माण कार्य, पुराने घाटों का जीर्णोंद्धार व क्षिप्रा नदी पर 13 से अधिक नवीन पुलों का निर्माण कार्य प्रगतिरत है।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव की मंशानुरुप में 2.5 करोड़ से अधिक श्रद्धालु 24 घंटे में सुविधापूर्वक सिंहस्थ में स्नान कर सकें इसके लिए 29.1 किमी के नवीन घाटों के निर्माण का कार्य तेज गति से किया जा रहा है।
क्षिप्रा नदी के दोनों किनारों पर नवीन घाटों का निर्माण कार्य प्रगतिरत है। नवीन घाटों के निर्माण के पश्चात माता क्षिप्रा सिंहस्थ में नये, अनुपम और भव्य रूप में श्रद्धालुओं को दर्शन देंगी।
नवीन घाट निर्माण का प्रथम कार्य उंडासा पर पूर्ण हो चुका है। शेष कार्य तीव्र गति से प्रगतिरत है। सिंहस्थ 2028 के पूर्व निर्धारित समयावधि में यह कार्य पूर्ण किया जाएंगा।
उल्लेखनीय है कि सिंहस्थ महापर्व 2028 में श्रद्धालुओं की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए मोक्षदायिनी मां शिप्रा नदी के दोनों किनारों पर शनि मंदिर से लेकर भैरवगढ़ के पास नागदा बाईपास तक कुल 29.1 किलोमीटर लम्बाई में नवीन घाट निर्माण कार्य किए जाएंगे।
