उज्जैन, विगत दिवस आश्रम से तीन बच्चे जो विभिन्न प्रकार की बौद्धिक दिव्यांगता के शिकार थे आश्रम से भाग गए थे एक दिन बाद ही तीनों बच्चे स कुशल सेवा धाम आश्रम पहुंच गए आश्रम आने पर उन्होंने बताया कि वह खुले वातावरण में आश्रम से बाहर रहना चाहते थे इसलिए चले गए थे दो दिन से बच्चों ने कुछ खाया नहीं और सड़क पर सोए अपनी गलती का एहसास हुआ और घर लौट आए आने पर उन्हें भाई जी ने गले से लगाए भोजन कराया और समझाइश दी बच्चों ने विश्वास दिलाया अब कभी आश्रम से भाग कर नहीं जाएंगे इसमें एक बच्चा 12 साल से और एक बच्चा 5 साल से आश्रम में रह रहा था जबकि एक अन्य एक वर्ष से निवास कर रहा था सभी बच्चों के सकुशल आश्रम आने पर आश्रम प्रबंधन ने हर्ष व्यक्त किया!