उज्जैन: शहर विकास में नागरिकों का सहयोग अत्यन्त आवश्यक है, नगर निगम की आय का मुख्य स्त्रोत सम्पत्तिकर है। शहरवासी समय पर अपना सम्पत्तीकर, जलकर जमा करा कर शहर विकास के कार्यो मंे सहयोग प्रदान करे।
यह अपील महापौर श्री मुकेश टटवाल ने शहरवासियों से करी। महापौर श्री टटवाल ने बताया कि नगर निगम की आय का मुख्य स्त्रोत निगम द्वारा वसूल किये जाने वाले विभिन्न कर है इसमें मुख्य है सम्पत्ती कर, शहरवासी अपना बकाया सम्पत्तीकर जमा करा कर शहर विकास में सहयोग करे। महापौर श्री टटवाल ने बताया कि नगर निगम द्वारा 31 मार्च तक संपत्तिकर वसूली का संघन अभियान चलाया जाकर बड़े बकाएदारों से संपत्तिकर वसूला जाएगा। अभियान में बकाया सम्पत्तिकर में से 60 प्रतिशत कर वसूलने का लक्ष्य रखा गया है।
महापौर श्री टटवाल द्वारा शुक्रवार को झोन क्रमांक 03 कार्यालय में बकाया संपत्ति कर की समीक्षा करते हुए सभी सहायक संपत्ति कर अधिकारी को बड़े बकायेदारों को बिल जारी करने हेतु निर्देशित किया गया।
महापौर द्वारा सख्त रूप से हिदायत दी गई कि जिन बड़े बकायेदारों की राशि बाकी है उनसे संपत्तिकर वसूला जाए, जो संपत्तिकरदाता कर जमा नही करता है उसके विरूद्ध कुर्की की कार्यवाही कि जाकर ताला लगाया जाए, साथ ही प्रतिदिन की रिपोर्ट बनाकर आकलन करेंगे की कितनी राशि वसूल हुई आवश्यक हो तो बड़े बकायेदारों पर डिमांड जारी करते हुए कुर्की के साथ-साथ ताले लगाने की कार्यवाही की जाए। जिससे बड़े बकायादारों में बकाया सम्पत्तिकर जमा करने की जागरूकता आए। सम्पत्तिकर बिल बितरकों को बिल वितरण के लिए दिए गए।
बैठक में राजस्व समिति प्रभारी डॉ योगेश्वरी राठौर, एमआईसी सदस्य श्री शिवेंद्र तिवारी, झोन अध्यक्ष श्री विजय सिंह कुशवाह, श्री सुशील श्रीवास, उपायुक्त श्री चंद्रशेखर निगम, सहायक आयुक्त श्रीमती नीता जैन, सहायक संपत्ति कर अधिकारी उपस्थित थे।
अपील
महापौर श्री मुकेश टटवाल, निगम सभापती श्रीमती कलावती यादव, राजस्व विभाग प्रभारी डॉ. योगेश्वरी राठौर, आयुक्त रौशन कुमार सिंह ने शहर के सम्मानीय नागरिकांे से अपील की है कि ऐसे करदाता जिन्होने अभी तक अपना बकाया सम्पत्तीकर एवं जलकर जमा नही कराया है वे अपना बकाया सम्पत्तिकर एवं जलकर जमा करा कर शहर विकास में अपना योगदान देते हुए एक अच्छे नागरिक होने का परिचय दें एवं कुर्की, वारंट जैसे अप्रिय स्थिति से बचे।