विक्रमोत्‍सव 2023 : पेरू एम्‍बेसी के राजदूत ने किया अंतरराष्‍ट्रीय फिल्‍म समारोह का उद्घाटन

उज्‍जैन, भारत उत्‍कर्ष, नवजागरण और वृहत्‍तर भारत की सांस्‍कृतिक चेतना पर एकाग्र *विक्रमोत्‍सव 2023 (विक्रम सम्‍वत् 2079)* अंतर्गत आईएफएफएएस पौराणिक फिल्‍मों का अंतरराष्‍ट्रीय समारोह का शुभारंभ पेरू एम्‍बेसी के राजदूत एच.ई.श्री जेवियर मैन्‍यूअल पॉलिनिच वेलार्डे तथा पेरू एम्‍बेसी के फर्स्‍ट सेक्रेटरी श्री फाबियो सुबिया डियाज ने किया।
उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए वेलार्डे ने कहा कि उज्‍जैन में विश्‍व के पुरातन इतिहास पर केन्द्रित फिल्‍म फेस्टिवल में शामिल होकर मैं अपने आप को सौभाग्‍यशाली मानता हूँ। मैं इसके लिए महाराजा विक्रमादित्‍य शोधपीठ के निदेशक श्रीराम तिवारी और मध्‍यप्रदेश सरकार को बधाई एवं शुभकामनाएँ देता हूँ। उन्‍होंने कहा कि प्राचीन इतिहास गौरव तथा ज्ञान परंपरा को फिर से पहचानने का यह प्रयास सराहनीय है। प्राचीन इतिहास युद्ध नहीं बल्कि ज्ञान-विज्ञान-संस्‍कृति के उत्‍कर्ष से समृद्ध है।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए महाराजा विक्रमादित्‍य शोधपीठ के निदेशक श्रीराम तिवारी ने कहा कि 17 से 21 मार्च 2023 तक चलने वाले इस समारोह में आजादी के 75 अमृतवर्ष के अवसर पर देश और दुनिया की 75 बेहतरीन फिल्‍मों की स्‍क्रीनिंग की जा रही है जो दुनिया के पौराणिक, ऐतिहासिक, पुरातात्विक, वैदिक ज्ञान, विज्ञान और संस्‍कृति पर केन्द्रित हैं। आज पेरू एम्‍बेसी के राजदूत और फर्स्‍ट सेक्रेटरी हमारे बीच उपस्थित है। मैं उनका स्‍वागत करता हूँ। पेरू और भारत के सांस्‍कृतिक संबंध हजारों साल पुराने है। आज उन्‍हें फिर से स्‍थापित करने की जरूरत है।

*कालिदास अकादमी में किया प्रदर्शनी का अवलोकन*
इसके पहले पेरू एम्‍बेसी के राजदूत एच.ई. श्री जेवियर मैन्‍यूअल पॉलिनिच वेलार्डे तथा पेरू एम्‍बेसी के फर्स्‍ट सेक्रेटरी श्री फाबियो सुबिया डियाज ने कालिदास अकादमी में लगी प्रदर्शनी का अवलोकन किया। प्रदर्शनी वृहत्‍तर भारत का सांस्‍कृतिक वैभव, भारतीय ऋषि वैज्ञानिक, विक्रमादित्‍य, विक्रमकालीन मुद्रा एवं मुद्रांक पर केन्द्रित है। उन्‍होंने पेरू स्थित मंदिरों माचु पिच्‍चू के छायाचित्रों का भी अवलोकन किया।