उज्जैन, पुलिस अधीक्षक उज्जैन श्री सचिन शर्मा ,आतिरिक्त पुलिस अधिक्षक यातायात डॉ इंद्रजीत बाकलवार ,नगर पुलिस अधिक्षक श्री अनिल मौर्य द्वारा दिनांक 07.04.23 को जेल गबन कांड के संबंध में पुलिस कंट्रोल रूम में ब्रिफिंग कर प्रकरण के संबंध में अन्य जानकारियां संक्षिप्त में दी गई।
⭕ घटना का संक्षिप्त विवरण –
थाना भैरवगढ जिला उज्जैन मे दिनांक 11.03.2023 को जिला कोषालय उज्जैन के सहायक जिला कोषालय अधिकारी द्वारा एक लिखित आवेदन पत्र एवं दस्तावेज प्रस्तुत किये गये जिसके आधार पर प्रथम दृष्टया आरोपी के विरुद्ध अपराध क्रमांक 95/2023 धारा 420 भादवि का प्रकरण पंजीबद्ध किया गया था।
⭕ पुलिस द्वारा की गई कार्यवाही-
प्रकरण की गंभीरता को देखते हुये अनुसंधान दल गठित किया गया। जिनके द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुये विवेचना के दौरान कोषालय उज्जैन एवं भैरवगढ जेल से प्राप्त कूटरचित दस्तावेजो के आधार पर प्रकरण में आये साक्ष्य के आधार पर धारा 409, 467,468,471,34,120 बी भादवि का इजाफा किया गया।
विवेचना में आये तथ्यो के आधार पर जेल प्रहरी द्वारा कूटरचित दस्तावेज तैयार किये गये एवं जेल अधीक्षक द्वारा इनका सत्यापन कर स्वीकारोक्ति दी गई।
विवेचना के दौरान जेल अधीक्षक के अतिरिक्त अन्य आठ आरोपीयो को गिरफ्तार किया जाकर माननीय न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया गया।आरोपियों से पुछताछ में प्राप्त तथ्य के अनुसार भैरवगढ़ जेल के 67 कर्मचारियो के डीपीएफ/ जीपीएफ/वेतन/ एडवांस/ एमपीटीसी के मदो से करीब 15 करोड़ रुपये की राशि ट्रेजरी उज्जैन से अवैध रुप से आहरित कर प्राप्त की गई और अलग अलग आरोपियो द्वारा इसका उपयोग किया गया।
प्रकरण की विवेचना मे जेल अधीक्षक एवं अन्य दो आरोपीयो की भूमिका सबसे संदिग्ध मानी गई एवं प्रथम आरोपी द्वारा निकाला गया पैसा आनलाईन सटोरियो पर खर्च किया गया जिसके कारण कई संदिग्ध लोग घर परिवार छोडकर भाग गये जिनकी तलाश जारी है।
▪️प्रकरण मे अब तक कुल नगद, जेवर, एवं चल अचल संपत्ति कीमती करीब तीन करोड़ रुपये की बरामदगी की जा चुकी है। एवं प्रकरण मे लगातार विवेचना की जा रही है एवं संदिग्धो से पुछताछ की जाकर प्रत्येक दोषी की धरपकड़ एवं तलाशी की जा रही।