उज्जैन: उज्जैन नगर पालिक निगम द्वारा शहर के उद्यानों का रख रखाव एवं संधारण कार्य किया जाता है, उद्यानों में जहां आवश्यक कार्य है उन्हे की प्राथमिकता के आधार पर करवाया जाएं, कोई भी नया कार्य तब तक प्रारंभ ना करते जब तक पुराने कार्य पूर्ण ना हो जाएं।
यह बात महापौर श्री मुकेश टटवाल ने शुक्रवार को उद्यान विभाग की समीक्षा के दौरान कहीं। महापौर श्री टटवाल ने बैठक में उद्यान विभाग के कार्यो की जानकारी प्राप्त करते हुए निर्देशित किया कि गर्मी के समय उद्यानों एवं डिवाइडरों पर लगे पेड़-पौधों में समय-समय पर पानी का छिड़काव करवाया जाए। बैठक में महापौर श्री टटवाल द्वारा उद्यान विभाग के अधिकारियों से चर्चा करते हुए कहां कि उद्यानों को लेकर वार्ड पार्षदों के साथ ही रहवासियों द्वारा भी शिकायतें की जा रही है, उन शिकायतों को संज्ञान में लेते हुए निराकरण किया जाएं साथ ही वार्डो के उद्यानों में जो भी कार्य करवाए जा रहे है उन कार्यो से वार्ड पार्षद को अवगत करवाया जाएं। उद्यानों में कार्यरत कर्मचारियों की संख्या बढ़ाई जाए ताकि उद्यानों का रखरखाव सुव्यवस्थित ढंग से किया जा सके। महापौर द्वारा यह भी निर्देश दिए गए कि प्रायः यह देखने में आता है कि उद्यान विभाग में आउटसोर्स के माध्यम से कर्मचारियों को रखा जाता है साथ ही बिना काम लिए कर्मचारियों का वेतन निकल रहा है यह बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा आउटसोर्स के माध्यम से जिन कर्मचारियों को रखा गया है उनका भौतिक सत्यापन संबंधित अधिकारियों द्वारा किया जा कर ही वेतन आहरण होगा यदि इस प्रकार की खामी देखने में आई तो संबंधित अधिकारियों पर कार्यवाही की जाएगी। शहर के जो प्रमुख एवं बड़े उद्यान हैं वहां माली की व्यवस्था होनी चाहिए जो उद्यानों का रखरखाव कर सके साथ ही उद्यानों में आवश्यक कार्य को करवाए जाने की आवश्यकता है उन्हें ही प्राथमिकता के आधार पर करवाए।
बैठक में उपायुक्त श्री संजेश गुप्ता, कार्यपालन यंत्री श्री अनिल जैन, उद्यान प्रभारी श्रीमती विधु रानी कैरव एवं समस्त झोन के उपयंत्री उपस्थित थे।