उज्जैन । उच्च शिक्षा मंत्री डॉ.मोहन यादव ने देवास रोड स्थित सर्किट हाऊस में बैठक लेकर अधिकारियों को निर्देश दिये कि स्मार्ट सिटी अन्तर्गत चल रहे निर्माण कार्य एवं अन्य योजना के अन्तर्गत निर्माणाधीन कार्यों को गुणवत्तापूर्ण जुलाई माह के अन्त तक पूर्ण करा लिये जायें। बैठक में कलेक्टर श्री कुमार पुरुषोत्तम, नगर निगम आयुक्त श्री रोशन सिंह, स्मार्ट सिटी के सीईओ श्री आशीष पाठक, विक्रमादित्य शोधपीठ संस्थान के श्री श्रीराम तिवारी, एडीएम श्री अनुकूल जैन, संयुक्त कलेक्टर श्रीमती कल्याणी पाण्डे, एसडीएम श्री राकेश शर्मा, सुश्री भीमावद, श्री धीरज पाण्डे, लोक निर्माण विभाग के ईई श्री जीपी पटेल आदि उपस्थित थे। बैठक में महाराजवाड़ा, त्रिवेणी संग्रहालय, विक्रमादित्य शोधपीठ, तारा मण्डल, स्नेक पार्क आदि के निर्माणाधीन कार्यों के बारे में चर्चा कर उच्च शिक्षा मंत्री डॉ.मोहन यादव ने सम्बन्धितों को निर्देश दिये कि समय-सीमा में कार्य पूर्ण किये जायें। उन्होंने कोठी पैलेस के बारे में श्री श्रीराम तिवारी को प्रस्ताव बनाने के निर्देश दिये।
उच्च शिक्षा मंत्री डॉ.मोहन यादव ने बैठक के बाद कलेक्टर श्री कुमार पुरुषोत्तम एवं प्रशासनिक अधिकारियों के साथ सर्वप्रथम तारा मण्डल के उन्नयन कार्यों का निरीक्षण किया। इस दौरान सम्बन्धितों को निर्देश दिये कि उक्त कार्यों को समय-सीमा में पूरा करें। इसके बाद तारा मण्डल के पीछे महानन्दा नगर में स्थित सरिसृप संरक्षण एवं शोध केन्द्र में चल रहे निर्माण कार्यों का निरीक्षण किया। केन्द्र में एकीकृत विकास योजना अन्तर्गत सभागृह, प्रशिक्षण केन्द्र, सर्प व्याख्या केन्द्र, सरिसृप विज्ञान प्रयोगशाला, मल्टीमीडिया लायब्रेरी एवं रेप्टाईल हाऊस आदि कार्य निर्माणाधीन हैं, जिन्हें समय पर पूरा करने के निर्देश दिये। उच्च शिक्षा मंत्री डॉ.यादव ने निर्माण एजेन्सी को निर्देश दिये हैं कि वे निर्माण कार्य गुणवत्तापूर्ण करें।
इसके बाद महाराजा विक्रमादित्य शोधपीठ एवं पुरातत्व संग्रहालय में चल रहे निर्माण कार्यों का निरीक्षण कर सम्बन्धितों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। संग्रहालय का वर्तमान भवन जीर्ण-शीर्ण है, इसलिये स्मार्ट सिटी अन्तर्गत संग्रहालय के जीर्णोद्धार तथा उन्नयन का कार्य किया जा रहा है। विक्रमादित्यकालीन सील, सिक्के, मुद्रा, मुद्रांक एवं चित्र प्रदर्शनी तथा राजा भोज एवं उनके समकालीन मनीषियों आदि के ग्रंथ संग्रहित रहेंगे। इनके संरक्षण के लिये भव्य लायब्रेरी, फिल्म फेस्टिवल के लिये ऑडिटोरियम, मीटिंग हॉल, एंटी क्यूट्स गैलरी, महाकाल गैलरी, विक्रमादित्य गैलरी, शैव गैलरी, वैष्णव गैलरी आदि कार्य कराये जाने पर भी विचार किया गया। इसका उन्नयन/नवीनीकरण और कलाकृतियों को प्रदर्शित करने के लिये नई गैलरी की स्थापना, वातानुकूलन एवं आधुनिक भण्डारण, प्रदर्शन, प्रकाश व्यवस्था, पाण्डुलिपियों के बारे में जानकारी देने तथा जन-सुविधाएं विकसित करने का कार्य किया जायेगा। उज्जैन स्मार्ट सिटी द्वारा मेसर्स दोषी कंसल्टेंट प्रा.लि. को कार्यादेश जारी किया जा चुका है। उक्त कार्य समय-सीमा में पूर्ण करने हेतु सम्बन्धितों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये।