उज्जैन: प्रायः देखने में आता है कि दुकानदारों द्वारा मुख्य मार्ग, सड़कों पर अपनी दुकानों का सामान रखते हुए आवागमन के साथ-साथ यातायात को भी अवरुद्ध किया जाता है जिससे काफी समस्या का सामना करना पड़ता है, यदि सड़कों पर अब से किसी प्रकार का अतिक्रमण पाया गया तो अन्यकर विभाग द्वारा समान जप्ती के साथ ही सख्त रूप से वसूली की कार्यवाही की जाएगी।
यह निर्देश राजस्व एवं अन्यकर विभाग प्रभारी डॉ योगेश्वरी राठौर द्वारा गुरूवार को विभाग की समीक्षा बैठक में दिए। बैठक में नगर निगम की आमदनी बढ़ाने के संबंध में बाजार वसूलीकर्ता से चर्चा करते हुए कार्य योजना बनाते हुए कार्य करने के निर्देश दिए। नगर निगम की आय का मुख्य साधन राजस्व एवं अन्यकर विभाग से ही प्राप्त होता है पिछले वर्ष वसूली हेतु राशि रुपए 01 करोड़ 50 लाख का लक्ष्य निर्धारित किया गया था जिसके फलस्वरूप अन्यकर विभाग द्वारा लक्ष्य से अधिक 01 करोड़ 95 लाख रूपए की वसूली करते हुए निगम के राजस्व में वृद्धि की गई।
बैठक में प्रभारी डॉ. राठौर द्वारा निर्देशित किया गया कि शहर में एक ऐसा स्थान चिन्हित करें जहां गुजरात की तर्ज पर सातों दिन हाट बाजार अलग-अलग सेक्शन के अनुसार बनाया जा सके जिससे एक ही स्थान पर शहरवासियों को अपनी जरूरतों का सामान मिल सकेगा साथ ही भवन भाड़ा, एरियर वसूला जाए, चालू वित्तीय वर्ष की वसूली की पेंडेंसी बिल्कुल भी ना रखी जाए, बाजार वसूली से जो इस बार वसूली की गई है इसे और अधिक बढ़ाते हुए निगम के राजस्व को बढ़ाना है, शहर में ऐसी निगम स्वामित्व की भूमि है जिन पर अवैध अतिक्रमण कर रखा है उनकी जानकारी प्रेषित करते हुए उक्त भूमि को अतिक्रमण मुक्त बनाना है, कोई भी दुकानदार चाहे वह रेती, सीमेंट, सरिया, किराने के सामान वाला कोई भी हो सड़कों पर अपना सामान ना रखें अन्यथा सामान जप्ती के साथ-साथ चालानी कार्यवाही भी की जाए।