उज्जैन: महापौर श्री मुकेश टटवाल द्वारा प्रत्येक माह के प्रथम शनिवार को सांय 06.00 से 07.00 बजे तक रेडियों दस्तक एफएम चैनल 90.8 के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर सीधे नागरिकों से शहर विकास के साथ ही नगर निगम द्वारा किए जा रहे कार्याे पर चर्चा किये जाने के क्रम में शनिवार को जल संवर्धन, जल संरक्षण एवं पेयजल समस्या के निदान को लेकर नागरिकों से चर्चा की गई।
महापौर द्वारा जल संवर्धन, जल संरक्षण एवं पेयजल समस्या के निदान को लेकर कहां गया कि जल सरक्षण दुनिया का सबसे मत्वपूर्ण विषय में से एक है आज भी ग्लोबल वार्मिंग की जब बात होती है तो पूरी दुनिया के विशेषज्ञ उस पर चर्चा करने के लिए दुनिया भर में कई जगह सेमीनार बैठके होती दुनिया के टॉप लीडर जिसमे हमारे यशस्वी प्रधान मंत्री जी श्री नरेन्द्र भाई मोदी जी भी शामिल है उन विषयो को आम जन तक पहुचना और लोगो को जाग्रत करना कैसे जल बचाया जा सके उसका सदुपयोग और सरक्षित किया जा सके ये हमारा कर्त्तव्य है। अभी की स्थिति में उज्जैन में भी जल संकट का माहोल व्याप्त है जो की सिर्फ माहोल है असलियत में जल संकट जैसी कोई स्थिति अभी नहीं है जल संकट अर्थात सारे कुए, बावड़ी, तालाब सुख जाना जल संकट है। अभी थोड़ी सी समस्या व्याप्त है तो शुद्ध पेयजल की जिसके लिए भी युद्द स्तर पर कार्य प्रचालित है।
मैं रेडियो के माध्यम से कुछ नम्बर शेयर करना चाहता हुॅ सर्वप्रथम तो मेरा नंबर 9425093592 आप किसी भी समस्या जो शहर से सम्बंधित हो मुझे डायरेक्ट काल कर सकते है उसके बाद पीएचई के कार्यपालन यंत्री श्री भास्कर जी -9425917428, सहायक यंत्री मनोज खरात जी -9406808081, सहायक यंत्री गायकवाड जी टैंकर के लिए -9406801044 इनसे जल संकट को लेकर कोई भी समस्या को लेकर संपर्क किया जा सकता है आप आपके वार्ड के पार्षद को भी जल सम्बंधित समस्या से अवगत करा सकते है लगभग सभी वार्ड के पार्षद रोज मेरे संपर्क में रहते है जल वितरण के दिन रोज की अपेक्षा में मुझे अभी ज्यादा कॉल आ रहे है हमारे यहाँ नल नहीं आये गन्दा पानी आया है कम मात्र में नल आया है ऐसे कई कॉल मुझे रोज आते है और हर संभव प्रयास करता हु की हर समस्या की निदान हो जाए।
कम दबाव से नल का कारण सप्लाई लाइन का लीकेज होना मुख्य कारण है गंदे पानी का भी वही कारण है जहा लाइन लीकेज है वहा से मिट्टी पानी में मिलकर लोगो के घरो में गंदे पानी के माध्यम से पहुंच जाता है इसी प्रकार जो हमारी मैन राइजिंग लाइन है जो टंकिया भरती है उसमे भी कई लोगो ने अवैध कनेक्शन जोड़ रखे थे उससे टंकी पूर्ण रूप से नहीं भर पा रही थी लेकिन हमारा अमला पूर्ण रूप से उस पर ही काम कर रहा है और भविष्य में हम इस समस्या से निजात दिलाएगे।