उज्जैन । प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री डॉ.मोहन यादव ने शुक्रवार को दमदमा रोड स्थित पशु चिकित्सा कार्यालय में पहुंचकर जिले में पशुओं के इलाज के लिये संचालित पशु एम्बुलेंस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इसके पहले उन्होंने नई एम्बुलेंस का पूजन-अर्चन किया। मंत्री डॉ.यादव ने इस दौरान चिकित्सा कार्यालय का निरीक्षण किया। तत्पश्चात पशु एम्बुलेंस का अवलोकन किया। उन्होंने एम्बुलेंस चालक से तथा चिकित्सक से एम्बुलेंस में मौजूद उपकरणों की जानकारी प्राप्त की।
मंत्री डॉ.यादव ने चिकित्सा कार्यालय में पहुंचकर पशु चिकित्सा स्टाफ के साथ बैठक की। उन्होंने कहा कि गोसेवकों की ट्रेनिंग के कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं अथवा नहीं। इस पर जानकारी दी गई कि गोसेवकों की ट्रेनिंग समय-समय पर आयोजित की जा रही है। मंत्री डॉ.यादव ने कहा कि दुर्घटना में सड़क पर घायल पशुओं के लिये क्या व्यवस्था है। इस पर बताया गया कि ऐसे पशुओं को चिकित्सालय लाने के लिये विशेष वाहन की आवश्यकता है। इस पर मंत्री डॉ.यादव ने कहा कि नगर पालिक निगम से बातचीत कर वे वाहनों की व्यवस्था पर कार्य योजना बनायेंगे तथा इसके बाद वाहनों की व्यवस्था की जायेगी।
पशुपालन एवं डेयरी विभाग के उप संचालक डॉ.एमएल परमार द्वारा जानकारी दी गई कि उज्जैन में पशुओं के इलाज के लिये एम्बुलेंस सेवा निरन्तर संचालित की जा रही है। जिले में पशुओं के इलाज के लिये आठ पशु एम्बुलेंस प्रदान की गई है। इनमें महिदपुर विकास खण्ड के लिये दो, उज्जैन के लिये एक, बड़नगर के लिये एक, तराना के लिये एक, खाचरौद के लिये एक और जिला स्तर पर एक एम्बुलेंस प्रदाय की गई है। ये पूरी तरह सर्वसुविधायुक्त होंगी, जिनमें डॉक्टर और पैरावेट उपलब्ध रहेंगे, जो भोपाल में बने कंट्रोल रूम से पाइंट मिलने पर तत्काल पशुओं के इलाज के लिये पहुंचेंगे।
पशुओं के साथ दुर्घटना एवं उनके बीमार होने पर टोलफ्री नम्बर 1962 पर कॉल कर आकस्मिक सेवा ली जा सकेगी। जिले में इस सेवा के प्रारम्भ होने से सही समय पर पशुओं को उपचार मिल सकेगा। पशुओं की स्वास्थ्य सम्बन्धी समस्या होने पर पशु मालिक उक्त नम्बर पर कॉल करेंगे। पाइंट मिलने के बाद एम्बुलेंस मौके पर पहुंचेगी। इसके लिये पशु मालिक को 150 रुपये का शुल्क देना होगा। इस दौरान पशु चिकित्सालय के डॉ.मुकेश जैन, डॉ.प्रीति जैन, डॉ.गोस्वामी, डॉ.उदय माहोर, श्री केसी चौहान, श्री दिलीप मेहता, श्री केआर डाबरे, श्री रवि सोलंकी, श्री रवीन्द्र राठौर, श्री राजकुमार जोशी मौजूद थे।