उज्जैन । मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव की अध्यक्षता में एवं केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण एवं रसायन व उर्वरक मंत्री डॉ.मनसुख मांडविया के मुख्य आतिथ्य में हेल्दी एवं हाईजेनिक फूड स्ट्रीट योजना अन्तर्गत श्री महाकाल लोक प्रसादम में नवनिर्मित देश की प्रथम स्वस्थ एवं स्वच्छ फूड स्ट्रीट का रविवार 7 जनवरी को लोकार्पण होगा। इस अवसर पर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री एवं लोक स्वास्य्क एवं परिवार कल्याण तथा चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल एवं लोक स्वास्य् एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री श्री नरेन्द्र शिवाजी पटेल और कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि सांसद श्री अनिल फिरोजिया, विधायक डॉ.तेजबहादुर सिंह चौहान, श्री जितेन्द्र पंड्या, श्री सतीश मालवीय, श्री अनिल जैन कालूहेड़ा, श्री महेश परमार, श्री दिनेश जैन उपस्थित रहेंगे।
अतिथियों के द्वारा श्री महाकाल लोक में निर्मित देश की प्रथम स्वस्थ एवं स्वच्छ फूड स्ट्रीट प्रसादम का लोकार्पण एवं प्रदेश की 36 स्वास्य्म संस्थाओं का भूमिपूजन एवं प्रदेश की 150 स्वास्य्र संस्थाओं का लोकार्पण सम्पन्न होगा।
उल्लेखनीय है कि महाकाल लोक में देश का प्रथम स्वस्थ एवं स्वच्छ फूड स्ट्रीट
(प्रसादम) एफएसएसएआई और स्मार्ट सिटी के द्वारा प्रारम्भ किया जायेगा। यहां स्ट्रीट फूड को बनाने में स्वच्छता का विशेष ध्यान रखा जायेगा। प्रसादम में स्ट्रीट फूड का हब बनेगा, जहां उज्जैन के स्थानीय व्यंजनों का लुत्फ भगवान महाकालेश्वर के दर्शन के लिये आने वाले श्रद्धालुगण ले सकेंगे।
ईट राइट फूड के अन्तर्गत सभी मापदण्डों का यहां विशेष ध्यान रखा जायेगा। प्रसादम नीलकंठ वन के समीप स्थित स्मार्ट वाहन पार्किंग के ऊपर स्थित परिसर में शुरू होगा। महाकाल लोक में आने वाले श्रद्धालुओं के लिये यहां विभिन्न स्ट्रीट फूड बनाये जायेंगे। प्रसादम में विभिन्न प्रकार के स्टाल लगाये जायेंगे। साथ ही खाद्य पदार्थों की जांच के लिये भी स्टाल रहेगा।
उल्लेखनीय है कि कार्यक्रम अनुसार मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव एवं केन्द्रीय स्वास्य्म मंत्री डॉ.मनसुख मांडविया सहित अन्य जनप्रतिनिधियों द्वारा 218.76 करोड़ रुपये के 187 कार्यों का भूमिपूजन एवं लोकार्पण करेंगे। इसमें प्रदेश की 36 स्वास्य्ल संस्थाओं का भूमिपूजन जिसकी लागत 11806.57 लाख तथा प्रदेश की 150 स्वास्य्ट संस्थाओं का लोकार्पण जिसकी लागत 9894.43 लाख एवं उज्जैन फूड स्ट्रीट प्रसादम के लोकार्पण जिसकी लागत 175 लाख रहेगी।
अतिथियों के द्वारा मुख्य कार्यक्रम स्थल प्रसादम कार्यक्रम में उज्जैन में चरक भवन में मॉडल मिड वाइफरी लेड केयर युनिट की स्थापना लागत 58.38 लाख के कार्य का भूमिपूजन एवं सिविल अस्पताल बड़नगर में अतिरिक्ता वार्ड निर्माण लागत 168.50 लाख, जिला अस्पताल में आईपीएचएल लेब के निर्माण कार्य लागत 107.41 लाख, जिला अस्पताल में ही नवीन संभागीय वेक्सीन स्टोर के निर्माण कार्य लागत 67.50 लाख, उज्जैन विकास खण्ड के पिंगलेश्वर के स्वास्य्ा केन्द्र में सीएचओ आवास सहित निर्माण कार्य 49.14 लाख, उप स्वास्य्क केन्द्र भवन सुरजाखेड़ी सीएचओ आवास सहित निर्माण कार्य 49.14 लाख, ग्राम द्वारकाधीश उप स्वास्य्र केन्द्र सीएचओ आवास सहित निर्माण कार्य 49.14 लाख, ग्राम जलवा उप स्वास्थ्य केन्द्र सीएचओ आवास सहित निर्माण कार्य 49.14 लाख, ग्राम जलवा उप स्वास्य् केन्द्र सीएचओ आवास सहित निर्माण कार्य 49.14 लाख, ग्राम मीण उप स्वास्य्य केन्द्र सीएचओ आवास सहित निर्माण कार्य 49.14 लाख, ग्राम अमलावदिया उप स्वास्य्र केन्द्र सीएचओ आवास सहित निर्माण कार्य 49.14 लाख, ग्राम झांझाखेड़ी उप स्वास्य् केन्द्र सीएचओ आवास सहित निर्माण कार्य 49.14 लाख, ग्राम ऊंटवास उप स्वास्य्ख केन्द्र सीएचओ आवास सहित निर्माण कार्य 49.14 लाख, ग्राम बालोदाकोरन उप स्वास्य्द केन्द्र सीएचओ आवास सहित निर्माण कार्य 49.14 लाख, ग्राम धुरेरी उप स्वास्य्ा केन्द्र सीएचओ आवास सहित निर्माण कार्य 49.14 लाख, ग्राम दंगवाड़ा उप स्वास्य्स केन्द्र सीएचओ आवास सहित निर्माण कार्य 49.14 लाख, उज्जैन शहर के वार्ड क्रमांक-40 पंवासा में मुख्यमंत्री संजीवनी क्लिनिक सामुदायिक भवन निर्माण कार्य लागत 25 लाख एवं वार्ड-29 रविशंकर नगर पानी की टंकी में मुख्यमंत्री संजीवनी क्लिनिक सामुदायिक भवन निर्माण कार्य लागत 25 लाख के कार्यों का लोकार्पण करेंगे।
हेल्दी एवं हाईजेनिक फूड स्ट्रीट कार्यक्रम के तहत उज्जैन स्मार्ट सिटी लिमिटेड द्वारा श्री महाकाल लोक के नीलकंठ पथ परिसर एवं अवन्तिका हाट के मध्य एक करोड़ 75 लाख रुपये की लागत से प्रसादम विकसित किया गया है। इसमें 17 दुकानों का निर्माण कर एक हेल्दी एवं हाईजेनिक फूड स्ट्रीट बनाया गया है। यहां श्रद्धालुओं हेतु पार्किंग एवं अन्य सार्वजनिक सुविधाएं भी उपलब्ध रहेगी। फूड स्ट्रीट में ऐसे खाद्य पदार्थ उपलब्ध कराने पर ध्यान दिया जायेगा, जो स्वच्छता के उच्च मानकों का पालन करते हुए फूड बनाये एवं परोसे जायेंगे, ताकि उपभोक्ताओं की सुरक्षा और हित सुनिश्चित किया जा सके। श्रद्धालुओं एवं आगन्तुकों के लिये पार्किंग एवं डिजिटल पेमेंट सुविधा, सुरक्षित शुद्ध पेयजल, छायादार बैठक स्थल, उपयोगी स्टेज, प्लांटेशन एवं लैंडस्केपिंग, तीन मीटर व्हाईट कॉरिडोर, हाथ धोने की सुविधा, डस्टबिन सुविधा रहेगी। महाकाल लोक परिसर में स्थापित प्रसादम का उद्देश्य आगन्तुकों को पूरी तरह हेल्दी एवं हाईजेनिक खाद्य एवं पेय पदार्थ उपलब्ध कराना है।
प्रसादम की दुकानों के आवंटियों को निम्न शर्तों का पालन करना होगा- दुकानों में केवल शाकाहारी खाद्य सामग्री तथा निर्मित शाकाहारी खाद्य सामग्री का विक्रय किया जा सकेगा। प्रत्येक आवंटी को एफएसएसएआई से लायसेंस लेना होगा एवं निर्धारित मापदण्डों का पालन करना होगा। पॉलीथीन का उपयोग वर्जित रहेगा। भोजन एवं अन्य खाद्य पदार्थों के परोसने के लिये इको फ्रेंडली डिस्पोजेबल का उपयोग करना होगा। उच्च गुणवत्ता की खाद्य सामग्री का विक्रय होगा। श्री महाकाल लोक की एकरूपता को बनाये रखने के लिये आवंटित दुकान में लगने वाले फ्लेक्स/बैनर/साइन बोर्ड इत्यादि की रूपरेखा, रंग, आकार आदि प्राधिकृत अधिकारी द्वारा प्रदाय की जायेगी। दुकानों की आन्तरिक विद्युत व्यवस्था में किसी भी प्रकार का परिवर्तन/परिवर्द्धन बिना सक्षम स्वीकृति के नहीं किया जा सकेगा। खाना बनाने वालों एवं परोसने वाले स्टाफ को हेल्दी एवं हाईजेनिक फूड स्ट्रीट से सम्बन्धित गाईड लाइन के तहत प्रशिक्षण दिया जायेगा। समस्त स्टाफ को निर्धारित ड्रेसकोड का पालन करना होगा। नियमित रूप से उनका मेडिकल चैकअप होगा।
उल्लेखनीय है कि देश में भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण द्वारा 100 क्लीन स्ट्रीट फूड हब निर्माण करने का निर्णय लिया गया था, जिसके क्रम में मध्य प्रदेश राज्य में चार क्लीन स्ट्रीट फूड हब स्थापित करने का लक्ष्य भारत सरकार द्वारा निर्धारित किया गया। इसी कड़ी में उज्जैन, ग्वालियर, जबलपुर एवं भोपाल जिले को चयनित कर क्लीन स्ट्रीट फूड हब बनाने की प्रक्रिया प्रारम्भ की गई थी। इसी अनुक्रम में उज्जैन में महाकाल लोक परिसर में भारत सरकार की हेल्दी एवं हाईजेनिक फूड स्ट्रीट योजना अन्तर्गत प्रथम हेल्दी एवं हाईजेनिक फूड स्ट्रीट फूड हब प्रसादम तैयार किया जा चुका है, जिसका आज रविवार 7 जनवरी को शुभारम्भ होगा। इस योजना में स्ट्रीट फूड वेण्डर्स को रोजगार उपलब्ध होगा। साथ ही महाकाल लोक में आने वाले श्रद्धालुओं को उच्च गुणवत्ता वाली खाद्य सामग्री प्राप्त होगी। मिलावट से मुक्ति अभियान अन्तर्गत प्रशासन द्वारा खाद्य पदार्थों में मिलावट की रोकथाम एवं आम नागरिकों को गुणवत्तायुक्त खाद्य पदार्थ उपलब्ध कराने के उद्देश्य से मिलावट से मुक्ति अभियान गत 9 नवम्बर 2020 से प्रारम्भ किया गया था। इसी अभियान के अन्तर्गत प्रदेश में मार्च-2023 में दूध के शुद्धिकरण का विशेष अभियान भी चलाया गया था। इसके तहत विशेषत: दूध एवं दूध से बने खाद्य पदार्थों के निर्माताओं के प्रतिष्ठानों की सघन जांच की गई थी। प्रदेश में ईट राईट गतिविधियों के अन्तर्गत देश में प्रथम ईट राईट भोग प्रमाणन महाकाल मन्दिर उज्जैन को भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण भारत सरकार से प्राप्त कर देश में प्रथम स्थान प्राप्त किया है।
हेल्दी एवं हाईजेनिक फूड स्ट्रीट का तात्पर्य उन निर्दिष्ट क्षेत्रों या स्ट्रीट से है, जहां खाद्य विक्रेता स्टाल या भोजनालय विभिन्न प्रकार के पौष्टिक, हितकारी और साफ भोजन का विकल्प प्रदान करते हैं। इन फूड स्वीट्स में ऐसे खाद्य पदार्थ उपलब्ध कराने पर ध्यान दिया जाता है जो स्वच्छता के उच्च मानकों का पालन करते हुए बनाये और परोसे जाते हैं, ताकि उपभोक्ताओं की सुरक्षा और हित सुनिश्चित किया जा सके। फूड स्ट्रीट में बिकने वाले भोजन की खाद्य सुरक्षा और स्वच्छता को वैश्विक मानकों के स्तर का बनाना एवं उपभोक्ताओं को स्वच्छ एवं सुरक्षित खानपान का विकल्प उपलब्ध कराना मुख्य उद्देश्य है।