क्षिप्रा नदी में डूब रहे पांच लोगों को जीवित बचाया, होमगार्ड के अमले ने किया सफलतापूर्वक रेस्क्यू

उज्जैन/कलेक्टर उज्जैन श्री नीरज कुमार सिंह के निर्देशानुसार महाशिवरात्रि पर्व पर उज्जैन जिले के समस्त घाटों में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए। सभी प्रमुख घाटों पर होमगार्ड का अमला सुरक्षा संसाधनों के साथ मुस्तैदी से तैनात रहा। डिस्ट्रिक्ट कमांडेंट होमगार्ड श्री संतोष कुमार जाट ने बताया कि आज बहादुरगंज गंज उज्जैन की रहने वाली दो महिलाएं रामघाट पर गहरे पानी में डूबने लगी, जिसे वहां ड्यूटी पर तैनात होमगार्ड सैनिक राहुल भाटी ने वर्दी पहने हुए ही तत्काल नदी में कूद कर सुरक्षित बाहर निकाला।
डूबने वाली महिलाओं के नाम रानी एवं जय बहादुरगंज है जोकि उज्जैन के ही रहने वाली हैं!

महाशिवरात्रि के इस पावन पर्व पर लाखों की संख्या में श्रद्धालु महाकाल दर्शन के साथ साथ क्षिप्रा नदी के रामघाट पर पुण्य की डूबकी लगाने आये। इसी क्रम में 9 मार्च को प्रातः रामघाट पर सिद्धआश्रम के पास सत्यम मिश्रा निवासी रीवा उम्र 19 वर्ष गहरे पानी में जाने से डूबने लगा, उसे डूबने से बचाने के दौरान दूसरे दो अन्य साथी सचिन कुशवाह सतना उम्र 20 वर्ष एवं कान्हा गौतम सतना उम्र 20 वर्ष भी नदीं में डूबने लगे।

जिन्हे डूबता देख घाट पर तैनात एसडीआरएफ जवान प्रकाश ने पानी में तत्काल छलांग लगा दी और मोटरबोट पर तैनात एसडीआरएफ जवान दीपक सोनी और अजय जैन ने नाव से लाईफ बॉय डूबते हुये युवकों की तरफ फेंका।
होमगार्ड के अन्य जवान ईश्वर चौधरी, विजेन्द्र सिंह, महेश प्रजापति, रविन्द्र सिंह भी मौके पर पहुंच गये।
होमगार्ड व एसडीआरएफ के जवानों ने नाव से ही नदीं में छलांग लगाकर लाइफ बॉय की मदद से तीनों युवकों को सुरक्षित निकाला, इस प्रकार एक बडी दुर्घटना को होने से रोका गया।

होमगार्ड व एसडीआरएफ जवानों के इस साहसिक कार्य हेतु जिला सेनानी श्री संतोष कुमार जाट ने उन्हे ईनाम देकर पुरूस्कृत किया। जिला सेनानी द्वारा बताया गया कि महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं के आगमन की संभावना को देखते हुये जिले के सभी घाटों पर सुरक्षा व्यवस्था को पूर्व से ही मजबूत करने हेतु 120 जवान मय आपदा प्रबंधन सामग्री के तैनात किये गये, घाटों पर सुरक्षा की दृष्टि से श्रद्धालुओं के स्नान को सुरक्षित करने हेतु रस्से बांध कर लाईफ बॉय भी बंधवाये गये एवं हरसिद्धी चौराहे पर मय आपदा उपकरणों से लैस एक इमरजेंसी रिस्पोन्स टीम तत्काल मुवमेंट हेतु तैनात की गई। केवल रामघाट पर ही 60 जवानों को शिफ्टवार डियूटी सम्पादित करने हेतु मय आपदा प्रबंधन सामग्री एवं 06 मोटरबोट सहित तैनात किया गया, जिससे पर्व के समय कोई भी अप्रिय घटना घटित नहीं हुई।