विक्रमोत्सव 2025: 13 मार्च को टावर चौक पर होगा अंताक्षरी का आयोजन

उज्जैन, विक्रमोत्सव अंतर्गत 13 मार्च को घंटाघर चौराहा (टॉवर चौक) पर अंताक्षरी का आयोजन होगा है। इसमें प्रतिभागी फिल्मी गानों के साथ, संस्कृत के श्लोक और कविता भी अंताक्षरी का हिस्सा होंगी। यह जानकारी शनिवार को आयोजित प्रेस वार्ता में अभिनेता अन्नू कपूर ने दी। उन्होंने कहा कि भारतीय परंपरा में अंताक्षरी एक लोकप्रिय पारंपरिक खेल है, जो मुख्य रूप से गीतों, श्लोकों या कविताओं के माध्यम से खेला जाता है। यह खेल भारत की सांस्कृतिक धरोहर का हिस्सा है। प्राचीन समय में इसे संस्कृत श्लोकों के रूप में भी खेला जाता था। अंताक्षरी न केवल मनोरंजन का एक साधन है, बल्कि यह भारतीय संगीत, भाषा और संस्कृति को जीवंत बनाए रखने का एक तरीका भी है। यह परंपरा आज भी हर पीढ़ी के बीच उतनी ही लोकप्रिय है जितनी पहले थी।
अभिनेता ने कहा कि अंताक्षरी का इतिहास भारतीय लोक-संस्कृति और काव्य-परंपरा से गहराई से जुड़ा हुआ है। यह खेल विभिन्न क्षेत्रीय भाषाओं और बोलियों, जैसे मालवी, अवधी, ब्रज, हाड़ौती आदि में प्रचलित रहा है। अंताक्षरी की परंपरा मौखिक कविता-संस्कृति का हिस्सा रही है, जिसमें लोग तुकबंदी और छंदबद्ध गीतों के माध्यम से संवाद करते थे। प्राचीन भारत में मौखिक परंपरा बहुत मजबूत थी, और यह वेदों के समय से चली आ रही थी। लोकगीतों और धार्मिक भजनों के माध्यम से अंताक्षरी की शैली विकसित हुई। कृष्णभक्ति और रामभक्ति काव्यधाराओं में अंताक्षरी के तत्व मिलते हैं।

*11-12 मार्च को निःशुल्क होगा ऑडिशन*
अन्नू कपूर ने बताया कि कार्यक्रम में सहभागिता करने के लिए इसके लिए बनाई गई वेबसाइट पर जाकर रजिस्ट्रेशन करना होगा। इसमें भी दो दिन में अलग-अलग स्लॉट के हिसाब से अपना ऑडिशन के समय को सिलेक्ट कर सकते है। ये पूरी तरह निःशुल्क होगा। 11 और 12 मार्च को होने वाले ऑडिशन में 60 से 70 लोगों को चुना जाएगा। सिलेक्ट होकर आखिरी राउंड तक पहुंचने वाले 24 लोगों की 6 टीम बनाकर पर 13 मार्च को फाइनल राउंड होगा। फाइनल राउंड में सबसे पहले गानों से जुड़े सवाल होंगे, इसके बाद फुटेज दिखाया जाएगा जिसमें बर्जर राउंड होगा।