उज्जैन, श्री हरसिद्धि माता मंदिर प्रांगण में आयोजित पत्रकार वार्ता में पूजारी गण एवं दीपमालिका वालो द्वारा बताया गया की, श्री हरसिद्धि मंदिर परम्परागत रूप से पुजारी गण एवं शासन के द्वारा संचालित किया जाता है, मंदिर में सैकड़ो की संख्या में नियमित दर्शनार्थी आते हैं कुछ चुनिंदा लोगो के निजी स्वार्थ के लिए मंदिर में अव्यवस्था करते हैं जिसमें मंदिर की गरिमा भंग होती है, समाचार पत्र के माध्यम पता चला की कुछ महिलाये एवं पुरूषों के द्वारा प्रेस वार्ता रखी थी जिसमे महिलाओ को आगे रखा गया था उक्त महिलाये जिन्होंने प्रेस वार्ता रखी थी, उनके द्वारा कई तरह की अनियमितता के आरोप लगाए थे जो सारा सर गलत है जिसका प्रमाण भी नहीं है, बल्की ये महिलाये नियमित दर्शनार्थी होने के नाते मंदिर में अपना अधिकार चाहती हैं और जो मंदिर की व्यवस्था चल रही है उसमें आये दिन हस्तक्षेप करते रहते हैं इनलोगो की पूर्व में भी श्रद्धालुओं ने शिकायत की है! यहाँ पूर्व महिला गार्ड के साथ भी अभद्रता की और आपत्तीजनक शब्दो का प्रयोग किया, इसी प्रकार पुरुष गार्ड के साथ भी अब्द्रता कर उनके साथ दूरव्यवहार किया गया,
कुछ महिलाओ ने एक पूजारी पर भी व्यक्ति गत आरोप लगाया गया था जिस्का मंदिर की व्यवस्था से कोई संबंध नहीं है ना ही किसी पूजारी द्वारा मंदिर परिसर के अंदर कृत्य किया जाता है जिसमें मंदिर की गरिमा धूमिल होती है। मंदिर की व्यवस्था पुजारी गण एवं प्रबंध समिति के माध्यम से सुचारु रूप से चल रही हैं जिसमें किसी भी नियमित दर्शनार्थी एवं श्रद्धालुओ को कोई शिक़ायत नहीं है ,मंदिर परिसर में कुछ लोगो द्वारा चंदा कर अपना वर्चस्व बढ़ाने के लिए प्रसाद वितरण किया जाता है!
एक नियमीत दर्शनार्थी द्वार आए दिन मंदिर के प्रशासक के साथ बार-बार अवद्रता की जोशी जी, सोनी जी, पाटीदार जी, एवं वर्तमान प्रचारक के साथ भी अभद्रता की गई है! दीप मालिका लगाने वालों पर भी आरोप लगाए जो असत्य हैं! माता के मंदिर की व्यवस्था से श्रदालुओं को भी संतुष्टी है!